हिन्दुओं के संगठित विरोध का परिणाम !
सालंगपुर (गुजरात) – यहां के स्वामीनारायण मंदिर की भीतियों पर बनाए गए श्री हनुमान के अपमानजनक चित्र अब हटाए गए हैं । ४ सितंबर के दिन संत और हिन्दू संगठनों की बैठक में चित्र हटाए जाने का निर्णय लिए जाने के उपरांत ५ सितंबर को यह चित्र हटाए गए । इस समय पुलिस तैनात की गई थी । हटाए गए चित्रों के स्थान पर अब नए चित्र लगाए जाएंगे । इन चित्रों में श्री हनुमान को सहजानंद स्वामी का सेवक दिखाया गया था । इसका हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों ने विरोध किया था । एक व्यक्ति द्वारा यह चित्र हटाने का प्रयास करने पर उसे पुलिस ने बंदी बनाया था । इसी प्रकरण के कारण गुजरात में विवाद हो गया था । ४ सितंबर के दिन गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृहमंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में इस विषय पर साधु, संत और हिन्दू नेताओं की बैठक आयोजित की गई थी । इस बैठक में यह विवाद जल्द से जल्द समाप्त करने पर सहमति हुई थी । अब यह विवाद संपूर्ण रूप से हल कर लिया गया है ।
Salangpur Temple controversy: Swaminarayan sect removes Lord Hanuman murals after meeting with Hindu saints under VHP’s initiativehttps://t.co/QOtq3m67YC
— OpIndia.com (@OpIndia_com) September 5, 2023
स्वामीनारायण संप्रदाय वैदिक सनातन धर्म का ही अंग ! – परमानंद स्वामी
इस संदर्भ में परमानंद स्वामी ने बताया था कि स्वामीनारायण संप्रदाय वैदिक सनातन धर्म का ही अंग है । इस संप्रदाय के सभी भक्त, संत वैदिक परंपरा, पूजा विधि और प्रथाओं का पालन करते हैं । हिन्दू समाज का एक भाग होने से स्वामीनारायण संप्रदाय समाज की भावनाएं दुखाना नहीं चाहता ।