उत्तर प्रदेश तथा बिहार में हिन्दू जनजागृति समिति ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा !
वाराणसी (उ.प्र.) – राष्ट्रध्वज राष्ट्र की अस्मिता है ! १५ अगस्त और २६ जनवरी को ये राष्ट्रध्वज अभिमान के साथ दिखाए जाते हैं; परंतु उसी दिन यही राष्ट्रध्वज सडकों और नालों में फटी हुई अवस्था में पडे मिलते हैं । इसलिए अनेक दिनों तक इन राष्ट्रध्वजों का अनादर देखना पडता है । आजकल तिरंगे के रंग के मास्क, राष्ट्रध्वज छपे हुए टी-शर्ट, टोपी आदि अन्य उत्पाद भी बेचे जाते हैं । ऐसे ध्यान में आया है कि केंद्र सरकार द्वारा ‘प्लास्टिक बंदी’ किए जाने पर अभी भी अनेक जगह छुप-छुपकर राष्ट्रध्वज बेचे जाते हैं । अतः सरकार द्वारा राष्ट्रध्वज का अपमान करनेवालों पर तत्काल कठोर कार्यवाही आवश्यक है । इस प्रकार के विविध माध्यमों से राष्ट्रध्वज के होनेवाले अपमान को रोकने के लिए सरकार कठोर कार्यवाही करे । इसके लिए हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा बिहार के मुजफ्फरपुर तथा हाजीपुर में तथा उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जिलाधिकारी तथा पुलिस प्रशासन को ज्ञापन दिया गया ।
इस संदर्भ में शासन से निम्नांकित मांगें की गईं –
१. शासन राष्ट्रध्वज का अपमान रोकने के लिए उद्बोधन करनेवाली कृति समिति स्थापित करे ।
२. जनपद में कहीं भी प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज का उत्पादन और बिक्री हो रही हो, तो संबंधितों पर तत्काल कार्यवाही करे ।
३. विद्यालयों में ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें !’ यह उपक्रम चलाया जाए, ऐसा निर्देश दिए जाएं ।