हिन्दू छात्र विद्यालय में तिलक लगाकर आया; इस कारण मुसलमान छात्रों ने हिन्दू छात्र को दी मार डालने की धमकी !

  • अलवर (राजस्थान) की घटना !

  • मुसलमान छात्र के संबंधी ने विद्यालय में घुसकर हिन्दू छात्र से की मारपीट

  • इस्लाम का स्वीकार न करने पर मार डालने की भी दी धमकी

(प्रतिकात्मक चित्र)

अलवर (राजस्थान) – यहां के चौमा गांव की राजनीतिक उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक हिन्दू छात्र तिलक लगाकर विद्यालय आया; इसलिए अन्य मुसलमान छात्रों ने उसके साथ मारपीट की, साथ ही मुसलमान छात्रों के अभिभावकों ने भी विद्यालय में घुसकर उस हिन्दू छात्र के साथ मारपीट की । इस प्रकरण में ६ लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया गया है ।

अ. २५ जुलाई को मुसलमान छात्रों ने हिन्दू छात्र तिलक लगाकर विद्यालय में आया; इसलिए उसका विरोध किया था । दूसरे दिन अन्य भी कुछ हिन्दू छात्र तिलक लगाकर विद्यालय में आए, उस समय मुसलमान छात्रों ने उनका विरोध किया । उस समय प्रधानाध्यापक ने दोनों पक्षों के छात्रों को समझाने का प्रयास किया । प्रधानाध्यापक का यह कहना था कि तिलक लगाने पर किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए ।

आ. २७ जुलाई की सुबह विद्यालय में इस विषय पर पुनः विवाद हुआ । उस समय ७-८ मुसलमान छात्रों में ११ वीं कक्षा में शिक्षा ले रहे हिन्दू छात्र को धमकाकर उसके माथे का तिलक पोंछने का प्रयास किया । उसके उपरांत जब यह छात्र इसकी शिकायत करने के लिए प्रधानाध्यापक के पास जा रहा था, उस समय मुसलमान छात्रों ने उसके साथ मारपीट की । इन मुसलमान छात्रों के संबंधी युसूफ को जब इसकी जानकारी मिली, तो वह भी विद्यालय पहुंचा तथा उसने भी उस हिन्दू छात्र के साथ मारपीट कर वहां से भाग गया ।

इ. हिन्दू छात्र ने कहा कि उन मुसलमान छात्रों तथा उनके संबंधी ने उसे इस्लाम का स्वीकार करने की देते हुए ‘यदि तुम मुसलमान नहीं बन गए, तो हम तुम्हें मार डालेंगे’, ऐसी धमकी दी । उसके उपरांत इस प्रकरण में संलिप्त ६ लोगों के विरुद्ध पुलिस में अपराध पंजीकृत किया गया, साथ ही गांव में बडी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया ।

संपादकीय भूमिका

  • राजस्थान की कांग्रेस की सरकार तो पाकिस्तान की सरकार, यही इस घटना से स्पष्ट होता है !
  • विद्यालय में शिक्षा ले रहे मुसलमान छात्र हिन्दू छात्र का तिलक लगाने का विरोध करते हैं, इससे वे किसी भी प्रकार से सर्वधर्मसमभाव का सम्मान नहीं करते, यह स्पष्ट होता है । हिन्दू इस आत्मघाती सर्वधर्मसमभाव का क्यों पालन कर रहे हैं ?