झारखंड के सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुहम्मद शमशाद अली ने किया १२ से अधिक छात्राओं का यौन शोषण !

घटना की जानकारी मिलते ही लोगों ने मुहम्मद को पीटा !

रांची (झारखंड) – यहां एक सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुहम्मद शमशाद अली पर १२ से अधिक छात्राओं का यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया गया है । यह जानकारी मिलते ही संतप्त लोगों ने मुहम्मद को पकडकर पीटा । छात्राओं का कहना है कि मुहम्मद कुछ कारण बताकर उनको अपने कक्ष में बुलाता था एवं उनका यौन शोषण करता था । मुहम्मद ने ये सभी आरोप अस्वीकार कर दिए हैं । स्थानीय चिकित्सालय में उसका उपचार हो रहा है ।

इस घटना को ध्यान में लेते हुए भाजपा के झारखंड प्रदेशाध्यक्ष एवं भूतपूर्व मुख्य मंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक पीडिता के पिताजी द्वारा पुलिस को लिखा पत्र ट्वीट कर कहा है कि यह पत्र एक असहाय पिता ने बरहेट-साहिबगंज के पुलिस अधिकारी को लिखा है । यह पत्र पढकर मन उद्विग्न होता है । इस में लिखा है कि प्रधानाध्यापक मुहम्मद शमशाद अली १३ वर्ष आयु की छात्राओं के निजी भागों (प्राइवेट पार्ट) को स्पर्श करता था । इस कारण छात्रा ने विद्यालय जाना छोड दिया था । इस विषय में उसके परिजनों के पूछने पर उसने प्रधानाध्यापक के कृत्यों के संबंध में बताया । यह प्रकरण जब सभी के सामने आया, तब अन्य छात्राओं ने भी उनके साथ ऐसा ही होने की बात कही ।

मरांडी ने आगे कहा है कि यह मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन का विधानसभा चुनावसंघ है तथा सोरेन स्वयं इस घटना में ध्यान देंगे, ऐसी अपेक्षा करता हूं । प्रधानाध्यापक का धर्म देखकर उस पर कार्रवाई करने में कोई विलंब नहीं होना चाहिए ।

संपादकीय भूमिका 

  • शरीयत कानून के अनुसार ऐसे वासनांध प्रधानाध्यापक के हाथ-पांव तोडकर अथवा कमर तक गड्ढे में गाडकर उसे पत्थर से मारने का दंड देने की मांग की जाए, तो कैसा आश्‍चर्य !
  • मुसलमानों का तुष्टीकरण करनेवाला ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा’ के सत्तारूढ दल द्वारा झारखंड में वासनांध मुसलमान प्रधानाध्यापक पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होगी, यह बात ध्यान में लें !