नई देहली – बांग्लादेश में तख्तापलट के उपरांत बांग्लादेश पाकिस्तान के और निकट होता जा रहा है । बांग्लादेश ने पाकिस्तान से चीनी, आलू तथा अन्य सामग्री का आयात आरंभ कर दिया है । ये सामान अब तक भारत से भेजे जाते थे; लेकिन अगर परिस्थितियां नियंत्रण के बाहर हो गईं तो बांग्लादेश भारत का एक झटका भी नहीं झेल पाएगा । बांग्लादेश भारत से गेहूं, प्याज, लहसुन, कपास, अनाज, पेट्रोलियम, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्लास्टिक, स्टील आदि क्रय करता है तथा भारत पर बहुत अधिक निर्भर है । दूसरी ओर, भारत एशिया में बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है । वैश्विक विशेषज्ञों की राय है कि अगर बांग्लादेश भारत के साथ अपने रिश्ते खराब करता है तो उसे व्यापार में भारी हानि होगी ।
बांग्लादेश ने कहा कि बांग्लादेश व्यापार तथा टैरिफ आयोग ने आलू और प्याज के मूल्यों एवं आपूर्ति को स्थिर करने के लिए वैकल्पिक स्रोतों की खोज की है । बांग्लादेश ने कहा कि बढती लागत के कारण वह नए आपूर्तिकर्ताओं को ढूंढ रहा है । इसमें पाकिस्तान भी सम्मिलित है ।
व्यापारियों को धमकाया जा रहा है !
बांग्लादेश अपने उद्योगपतियों पर भारत के स्थान पर पाकिस्तान के साथ व्यापार करने और वहां से सामान खरीदने का दबाव बना रहा है । ऐसा नहीं करने पर उन्हें चेतावनी दी जा रही है । भारत से उलझना बांग्लादेश के लिए मुसीबत बन सकता है । भोजन समेत कई चीजों के लिए बांग्लादेश आज भी भारत पर निर्भर है । अगर बांग्लादेश भारत से दूरी बनाए रखता है तो यह उसकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक हो सकता है ।
संपादकीय भूमिकावास्तविकता में भारत को बांग्लादेश के साथ सभी प्रकार के संबंध समाप्त कर उससे निपटने की आवश्यकता है ! |