अमेरिका द्वारा युक्रेन काे रूस पर लंबी दूरी तक वार करनेवाली मिसाइलों का प्रयोग करने की अनुमति देने का परिणाम
मास्को (रूस) – तीसरा महायुद्ध आरंभ हो गया है । अमेरिका ने युक्रेन काे रूस पर मिसाइल द्वारा आक्रमण करने हेतु अनुमति देकर यह आरंभ किया है । रूस के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने ऐसा वक्तव्य दिया है । २ दिन पूर्व ही अमेरिका के ही राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन ने युक्रेन को रूस के विरोध में लंबी दूरी के मिसाइल का उपयोग करने हेतु स्वीकृति दी थी । युक्रेन के पास अमेरिका की ‘आर्मी ९टॅक्कल मिसाइल सिस्टीम’ नामक मिसाइल प्रणाली है तथा वह ३०० कि.मी.तक निश्चित रूप से आक्रमण कर सकती है । पूर्व में युक्रेन केवल उसकी सीमा तक ही उनका प्रयोग कर सकता था । मेदवेदेव ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन चाहते हैं कि अण्वस्त्र युद्ध में आधा विश्व नष्ट हो । रूस को भडकाने हेतु बायडेन प्रशासन जानबूझकर ऐसा निर्णय ले रहा है । ट्रम्प की सरकार को इसका सामना करना पडेगा ।
बायडेन के निर्णय से रूस को नए आण्विक सिद्धांत में परिवर्तन करने की आवश्यकता उत्पन्न हो गई है ।अर्थात अपने देश पर ‘नाटो’ द्वारा दागी मिसाइल रूस पर आक्रमण है, ऐसा माना जाएगा । युक्रेन अथवा किसी भी ‘नाटो’ (‘नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनायजेशन’ नामक एक सैनिकी संंगठन जिसमें विश्व के २९ देश सम्मिलित हैं ) देशों पर रूस अण्वस्त्र से आक्रमण कर सकता है ।
पुतिन द्वारा अण्वस्त्र का प्रयोग करने के लिए दी अनुमति
पुतिन ने अण्वस्त्र द्वारा आक्रमण करने के संदर्भ में नियमों में परिवर्तन किया है । इसके अनुसार जिस देश के पास अण्वस्त्र नही हैं, ऐसे देश ने यदि अणुशक्ति रहनेवाले देश के समर्थन से रूस पर आक्रमण किया, तो यह आक्रमण रूस के विरुद्ध युद्ध की घोषणा मानी जाएगी । ऐसी स्थिति में रूस अण्वस्त्राें का प्रयोग कर सकता है ।