India’s UN Ambassador On Pakistan : पाक से चर्चा की पहली शर्त आतंकवाद को समाप्त करना !

संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ में भारत के राजदूत का वक्‍तव्‍य

संयुक्‍त राष्ट्र संघ में भारत के राजदूत पार्वतानेनी हरीश

न्‍यूयॉर्क (अमेरिका) – जब पाकिस्‍तान सीमापार का आतंकवाद पूर्णतः समाप्त करेगा, तभी उससे चर्चा आरंभ की जा सकती है । यह वक्‍तव्‍य संयुक्‍त राष्ट्र संघ में भारत के राजदूत पार्वतानेनी हरीश ने किया है । भारत सीमापार के आतंकवाद से पीड़ित है तथा आतंकवाद के प्रति हमारी नीति शून्य सहनशीलता की है । उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारी मुख्‍य समस्या आतंकवाद ही है । राजदूत हरीश, ‘स्‍कूल ऑफ इंटरनेशनल एंड पब्‍लिक अफेअर्स’ इस कोलंबिया विश्‍वविद्यालय के विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में, ‘रेस्‍पाँडिंग टू मेजर ग्‍लोबल चॅलेंजेस : दी इंडिया वे’ (महत्त्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का भारत के दृष्‍टिकोण से समर्थन करना) इस विषय पर बोल रहे थे ।

कार्यक्रम में राजदूत हरीश को पाकिस्‍तान के विषय में पूछने पर उन्होंने कहा कि –

१. भारत का पाक पर से विश्‍वास उठ गया है !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्‍तान से संपर्क साधने का प्रयत्न किया था; परंतु पाकिस्‍तान की ओर से भारत में चलाई जा रही आतंकवादी गतिविधियों के कारण भारत का पाकिस्तान पर से विश्‍वास उठ गया है ।

२. आतंकवाद मानवता के ‘अस्‍तित्‍व का संकट’ !

भारत लंबे समय से सीमापार और वैश्विक आतंकवाद की बलि चढ रहा है । आतंकवाद मानवता के लिए ‘अस्‍तित्‍व का संकट’ है । यह न तो कोई सीमा मानता और न राष्‍ट्रीयता समझता है ।

३. अंतरराष्‍ट्रीय सहयोग से ही आतंकवाद का सामना संभव !

अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही आतंकवाद का सामना किया जा सकता है । भारत का ध्‍येय आतंकवाद का सामना करने के लिए अपने सहयोगियों को साथ लेकर आगे जाना है । हमें एक और ९/११ अथवा २६/११ जैसा आक्रमण नहीं चाहिए ।

संपादकीय भूमिका 

पाकिस्‍तान आतंकवाद का निर्माता और पालनकर्ता होने के कारण वह आतंकवाद कभी भी समाप्त नहीं करेगा । भारत को ही पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर इजराइल की भांति आतंकवाद को समाप्त करना पड़ेगा !