अगले सप्ताह तक ‘आदिपुरुष’ चलचित्र के आपत्तिजनक संवाद को परिवर्तित करेंगे !

संवाद लेखक मनोज मुंतशीर, हिन्दुओं के विरोध के सामने झुके !

मनोज मुंतशीर

नई देहली – पूरे देश से ‘आदिपुरुष’ चलचित्र के आपत्तिजनक संवादों का विरोध आरंभ होने के उपरांत इसलिए चलचित्र के संवाद लेखक मनोज मुंतशीर शुक्ला ने ट्वीट किया कि अगले एक सप्ताह में चलचित्र के सभी आपत्तिजनक संवाद परिवर्तित कर दिए जाएंगे, परंतु  ऐसा कहते समय यह कहने का भी प्रयास किया कि उनके विदुद्ध हुई आलोचना अनुचित थी । इससे पूर्व मनोज मुंतशीर द्वारा इन संवादों का समर्थन किया जाता था । एक वृत्तवाहिनी को दिए साक्षात्कार में उन्होंने यह चलचित्र रामायण पर केवल आधारित होने को कहा था, साथ ही इस चलचित्र की आय १४० करोड रुपए हुई है, ऐसा कहते हुए दावा किया था कि लोगों को यह चलचित्र पसंद आया है ।

१. मनोज मुंतशीर ने ट्वीट में ऐसा भी कहा है कि ३ घंटे के चलचित्र में मैंने भगवान श्रीराम के लिए ‘जय श्री राम’, ‘शिवोहम’, ‘राम सियाराम’ ये गीत भी लिखे हैं । परंतु इसकी ओर किसी का भी ध्यान नहीं हैं । केवल ३ मिनट के वादग्रस्त संवाद के कारण मुझे ‘सनातनविरोधी’ कहा जाता है ।

२. इस चलचित्र पर प्रतिबंध लगाने के लिए हिन्दू सेना ने देहली उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की है । इसमें चलचित्र के अनेक दृश्य, संवाद एवं पात्रों को निकालने की मांग की गई है ।

संपादकीय भूमिका 

  • वास्तविक आपत्तिजनक संवाद हटाए जाएं तबतक इस चलचित्र का प्रदर्शन रोकना आवश्यक है । आजकल अधिकांश चलचित्र ८ से १५ दिनों में ही पुराने हो जाते हैं । इसलिए एक सप्ताह में आपत्तिजनक संवाद हटाने का आश्‍वासन देना, अर्थात ‘बाद में देखा जाएगा’ ऐसा ही कहना है ! यह हिन्दुओं की आंखो में धूल झोंकने समान ही है !
  • दिग्दर्शकों तथा निर्माताओं द्वारा हिन्दू धर्म के श्रद्धास्थानों पर आघात करनेवाले चलचित्र निकालते रहना तथा हिन्दुओं को इसका विरोध करना, ऐसा कब तक चलता रहेगा ? ऐसे प्रकरण रोकने के लिए अब १०० करोड हिन्दुओं को अपने श्रद्धास्थानों पर होनेवाले आघातों के विरुद्ध कठोर कानून पारित करने के लिए सरकार को बाध्य करना चाहिए  !