बेंगळुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक उच्च न्यायालय का कहना है कि ताश के पत्तों से ‘रमी’ खेलना, कुशलता का खेल है । जो पैसे दांव पर लगा कर खेला जाए अथवा बिना पैसे दांव पर लगाए भी खेला जा सकता है । इसलिए इसे जुआ नहीं कह सकते । न्यायालय ने उपरोक्त मत ऑनलाईन खेल के संदर्भ में ‘गेम्सक्राफ्ट’ नामक आस्थापन ‘गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स इंटेलिजन्स डायरक्टरेट जनरल’ द्वारा जारी किए गए २१ सहस्र करोड रुपयों के करार के संदर्भ में नोटिस पर व्यक्त किया । इसके साथ ही इस नोटिस के साथ-साथ कारण बताएं नोटिस भी रहित कर दी है ।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने अपने एक हालिया फैसले में कहा है कि ताश से खेला जाने वाला रमी का खेल जुआ नहीं है.#KarnatakaHighCourt #Karnataka #Rummy #OnlineGaminghttps://t.co/YSJRxX2XhK
— ABP News (@ABPNews) May 16, 2023
‘गेमक्राफ्ट’ नामक ऑनलाईन मोबाईल गेम्स बनानेवाले आस्थापन को ८ सितंबऱ २०२२ को कर एवं सेवा (जीएसटी) अधिकारियों ने एक नोटिस भेजी थी । इसमें २१ सहस्र करोड रुपयों की मांग की गई थी । इस नोटिस को न्यायालय ने उच्च न्यायालय में आवाहन दिया था । आस्थापन ने न्यायालय में कहा कि भले ही पैसे दांव पर लगे हों, तब भी इसे जुआ नहीं कह सकते इसलिए कि यह कौशल के बल पर खेली जाती है ।