(कह रहे हैं) ‘मुसलमान को उपमुख्यमंत्री बनाओ !’

  • मुसलमानों के कारण कांग्रेस जीती है, इसलिए कर्नाटक वक्फ बोर्ड ने की कांग्रेस से मांग !

  • जीते हुए ९  मुस्लिम विधायको में से ५ को मंत्री बनाएं !

  • गृह, राजस्व, शिक्षा आदि जैसे महत्वपूर्ण विभागों का मंत्रालय दें !


बेंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक में भाजपा की भारी हार का कारण राज्य में कांग्रेस को मिला मुसलमानों का भारी मतदान बताया जा रहा है । इससे वहां के मुस्लिम संगठनों ने कांग्रेस से मांग करनी आरंभ कर दी है। राज्य के वक्फ बोर्ड ने मांग की है कि राज्य में चुने गए ९  विधायकों में से एक को उपमुख्यमंत्री समेत ५ लोगों को मंत्री बनाया जाए । इतना ही नहीं इन मंत्रियों को गृह, राजस्व, शिक्षा आदि मुख्य विभागों का मंत्रालय देने की भी मांग की गई है.

कर्नाटक वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी

१. कर्नाटक वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी ने कहा कि राज्य की ७२ सीटों पर कांग्रेस केवल मुसलमानों के कारण जीती है । मुसलमानों ने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया है। अब बदले में मुसलमानों को कुछ मिलना चाहिए । इसके लिए हमें धन्यवाद देना कांग्रेस का दायित्व है । इन मांगों को लेकर हमने सुन्नी उलेमा बोर्ड के कार्यालय में एक आपात बैठक का आयोजन किया है।

२. दिलचस्प बात यह है कि शफी सादी ने चुनाव से पहले ही कांग्रेस से मांग की थी कि राज्य में एक मुस्लिम को उपमुख्यमंत्री बनाया जाए । मुसलमानों को ३० सीटों पर नामांकन करना चाहिए।’ दरअसल कांग्रेस ने १५ मुसलमानों को नामांकित किया था और उनमें से ९ निर्वाचित हुए ।

मुख्यमंत्री के नाम पर अब भी नहीं बनी सहमति !

यद्यपि कांग्रेस को बहुमत मिल गया है, लेकिन देखा जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद के नाम पर भी सहमति नहीं बन पा रही है । कहा जाता है कि इस पद के लिए कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया तथा प्रदेश अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के बीच रस्साकशी चल रही है ।

संपादकीय भूमिका 

  • मुसलमानों ने कांग्रेस से भारत विभाजन की मांग इसी तरह की थी और कांग्रेस ने सत्ता की उस मांग को स्वीकार कर लिया था! कांग्रेस अब भी मुसलमानों की ये मांगें मान ले तो आश्चर्य नहीं !
  • क्या बहुसंख्यक हिन्दुओं ने कांग्रेस अथवा ‘हिन्दू’ के रूप में सत्ता में आई किसी अन्य राजनीतिक पार्टी से कभी कुछ मांगा है? अथवा क्या अब भी हिन्दू कभी मांग करेंगे ? और अगर कभी हिन्दुओं ने कुछ मांगा तो क्या कोई राजनीतिक दल हिन्दुओं को ‘हिन्दू’ कहकर कुछ देगा ?