निरंतर पंखे की हवा से होनेवाले कष्ट की संभावना

वैद्य मेघराज माधव पराडकर

‘वर्तमान में बहुत गर्मी होने के कारण अनेक लोग रात में पूर्ण गति से पंखा लगाकर सोते हैं । रात में सोते समय ६ से ८ घंटे पंखे की जोरदार हवा शरीर पर आती है । इससे शरीर में रुक्षता (सूखापन) निर्माण होती है । परिणामस्वरूप अनेक लोगों को खांसी शुरू हो जाती है । सवेरे उठने पर कुछ लोगों का शरीर अकड जाता है । कुछ लोगों को सवेरे उठने पर थकान अनुभव होती है । इसलिए ऐसे लक्षण दिखाई देने पर, वह निरंतर पंखे के कारण हो सकता है, यह ध्यान में रखकर रात में जब आंख खुले, तब पंखे की गति न्यून (कम) करें । संभव हो, तो घूमते हुए ‘टेबल फैन’ का उपयोग करें । यह घूमते रहने से शरीर पर निरंतर हवा नहीं आती । आजकल कुछ पंखों में निर्धारित समय के पश्चात गति न्यून करने की सुविधा उपलब्ध है । इसका हम उपयोग कर सकते हैं ।’

– वैद्य मेघराज माधव पराडकर, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा. (१४.४.२०२३)