मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा
भोपाल (मध्य प्रदेश) – मध्य प्रदेश सरकार किसी भी मंदिर के लेन-देन पर नियंत्रण नहीं लगाएगी । इस कारण जितनी भूमि मंदिरों के नाम पर है, उतनी भूमि की नीलामी जिलाधिकारी नहीं कर सकते । उस भूमि की नीलामी केवल पुजारी ही कर सकते हैं । राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां एक सभा में जानकारी दी है ‘इसके अतिरिक्त जो खानगी मंदिर हैं और जो न्यासधारी है वहां भी पुजारियों को सम्मान पूर्वक मानधन देने का नियम बनाने का निर्देश दिया जाएगा ।
हमने फैसला किया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। मंदिर की जमीनों को नीलाम कलेक्टर नहीं बल्कि पुजारी कर सकेंगे।
निजी मंदिरों के पुजारियों को भी सम्मानजनक मानदेय देने की व्यवस्था की जाएगी। pic.twitter.com/QiMMREi6MI
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 22, 2023
ब्राह्मणों ने धर्म का रक्षण किया !
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि, ब्राह्मणों ने धर्म, अध्यात्म, ज्ञान, विज्ञान, योग, आयुर्वेद, परंपरा और संस्कृति की रक्षा करने का काम किया । उन्होंने यज्ञ, हवन, शास्त्र आदि सर्व सुरक्षित रखने का काम किया । उन्होंने संस्कृति की रक्षा करने का काम किया ।
ब्राह्मणों ने हमेशा धर्म और संस्कृति की रक्षा की है इसलिए उनके कल्याण के लिए मध्यप्रदेश में 'ब्राह्मण कल्याण बोर्ड' की स्थापना करेंगे। pic.twitter.com/AtM2z0b3pw
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 22, 2023
ब्राह्मणों के कल्याण के लिए मंडल की स्थापना करेंगे !
व्यास ऋषि ने महाभारत लिखा, संत तुलसीदासजी ने रामायण लिखी । प्रत्येक क्षेत्र में ऐसे ब्राह्मण विद्वान हैं । इस कारण ब्राह्मण हमारे धर्म और संस्कृति के रक्षक हैं । उनके कल्याण के लिए ‘ब्राह्मण कल्याण मंडल’ की स्थापना की जाएगी, ऐसी घोषणा भी शिवराज सिंह चौहान ने इस सभा में की ।
संपादकीय भूमिका
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