बीबीसी के देहली एवं मुंबई के कार्यालयों में आयकर विभाग ने किया सर्वे

विरोधी पक्षों द्वारा भाजपा सरकार पर टीका

नई देहली – आयकर विभाग ने बीबीसी के देहली तथा मुंबई सहित ३० स्थानों पर सर्वे आरंभ किया है । देहली में किए जा रहे सर्वे में ६० से ७० अधिकारी सम्मिलित हैं । १४ फरवरी को सुबह से यह सर्वे आरंभ हुआ । आयकर विभाग ने स्पष्ट किया कि ‘यह रेड नहीं सर्वे है’, इस सर्वे के द्वारा बीबीसी की वित्तीय अनियमितताओं की जांच हो रही है । इस सर्वे के समय आयकर विभाग के अधिकारियों ने बीबीसी के कार्यालय के कर्मचारियों के भ्रमणभाष बंद कर दिए, तथा कार्यालय के बाहर आने-जाने पर बंदी लगा दी । आयकर विभाग के सूत्रों की जानकारी के अनुसार बीबीसी पर आंतरराष्ट्रीय कर में अनियमितता करने का आरोप है । उससे संबंधित यह सर्वे किया जा रहा है ।

१. कांग्रेस ने इस सर्वे पर ट्विट कर बयान जारी किया कि ‘यह अघोषित आपातकाल है’। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि, हम यहां अडाणी के प्रकरण पर संसदीय जांच समिति की मांग कर रहे हैं और दूसरी ओर सरकार बीबीसी के पीछे पडी है । ‘विनाशकाले विपरीतबुद्धिः ।’. (अर्थ : विनाशकाल समीप आने पर बुद्धी भ्रष्ट होती है) (एक अंतरराष्ट्रीय समाचार संस्था भारत के प्रधानमंत्री की छवि मलीन कर रही है; ऐसे में परस्पर झगडे मिटाकर संगठित रूप से विरोध करना आवश्यक होते हुए भी ऐसा ‌ब्यान देनेवाली राष्ट्रद्रोही कांग्रेसी ! – संपादक)

२. तृणमूल कांग्रेस के सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘‘बीबीसी के कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी… बहुत अच्छा… आश्‍चर्यजनक !’’

क्या है बीबीसी ?

‘ब्रिटीश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन’ अर्थात ‘बीबीसी’ यह ब्रिटिश सरकार की संस्था है । यह ४० भाषाओं में समाचार प्रसारित करती है । ब्रिटीश संसद द्वारा दिए जानेवाले अनुदान पर यह चलती है । उसका व्यवस्थापन विदेशी और राष्ट्रकुल कार्यालयों द्वारा चलाया जाता है । बीबीसी का कामकाज डिजिटल, संस्कृति, माध्यम तथा क्रीडा विभाग के अंतर्गत चलता है । बीबीसी  वर्ष १९२७ में आरंभ हुई थी ।

कांग्रेस ने बीबीसी पर बंदी लगाई थी ! – भाजपा

भाजप ने इस सर्वे के विषय में कहा कि, इंदिरा गांधी ने भी बीबीसी पर बंदी लगाई थी, यह कांग्रेस को स्मरण में रखना चाहिए । भारत में प्रत्येक संस्था को कानून का पालन कर काम करने का अवसर दिया जाता है; उनके लिए कुछ अलग धोरण नहीं हैं । ‘कांग्रेस दल चीन, बीबीसी, तथा आतंकवादियों के पक्ष में क्यों खडी रहती है ?’, ‘कांग्रेस आयकर विभाग द्वारा किए जा रहे सर्वे के ब्यौरे की प्रतिक्षा क्यों नहीं करता ?’, ‘कांग्रेस अभी से निष्कर्ष तक क्यों पहुंच रही है ?’, यह प्रश्न भाजपा ने पूछे ।

संपादकीय भूमिका 

भारतद्वेषी तथा हिन्दुद्वेषी बीबीसी द्वारा किसी भी प्रकार के अवैध कृत्य किए जाते हैं तो, तो उनकी जांच करनी चाहिए ! भारत में रहकर भारत की तथा हिन्दुओं की निंदा करनेवाली बीबीसी द्वारा अनुचित कृत्य हैं, तो उसपर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए !