अमेरिका के अनेक नगरों में इस्लाम व ईसाई धर्म की समानता दर्शाने वाले फलकलगाए गए हैं !

स्वयंसेवी इस्लामी संगठन की पहल !

वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिका के कुछ नगरों में सड़कों के किनारे लगे खंभों पर ‘इस्लाम और ईसाई धर्म समान हैं’ इस विषय-वस्तु को दर्शाने वाले विज्ञापन पट्ट लगाए गए हैं । ह्यूस्टन में एक पट्ट पर लिखा है, ‘मुसलमान यीशु से प्यार करते हैं ।’ उसके नीचे लिखा है, ‘एक ईश्वर और उसका संदेश ।’

१. इलिनॉइस स्थित एक इस्लामी शिक्षा केंद्र गेनपीस ने डलास, शिकागो और सेंट्रल न्यू जर्सी जैसे नगरों में सभी धर्मों को समान मानने सहित स्त्री-द्वेष को समाप्त करने के लिए विज्ञापन पट्ट लगाए हैं ।

२. एक पट्ट में मदर मेरी को हिजाब पहने दिखाया गया है । उस पर लिखा है, ‘भाग्यशाली मेरी ने हिजाब पहना था । क्या आप इसका सम्मान करेंगे ?’ एक अन्य पट्ट में मक्का, सऊदी अरब में काबा मस्जिद की छवि दिखाई गई है और लिखा है , ‘इब्राहिम द्वारा निर्मित एक ईश्वर की पूजा के लिए समर्पित, लाखों मुसलमानों के लिए वार्षिक तीर्थस्थल ।’

मुसलमान होने के लिए हमें यीशु और मरियम पर विश्वास करना होगा !

ह्यूस्टन में “गेनपीस” के एक सदस्य ने कहा कि बहुत से लोग अब हमेंदूरभाष कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि इस्लाम और ईसाई धर्म में समानता क्या है । हम उनसे कहते हैं कि मुसलमान होने के लिए हमें ईसा और मरियम पर भी विश्वास करना चाहिए । इससे वेअचंभित हो जाते हैं । (मुसलमान बनने के लिए भगवान श्री राम, श्री कृष्ण में आस्था होनी चाहिए, क्या भारत में मुसलमान संगठन कभी ऐसा संदेश देंगे ? – संपादक)

संपादकीय भूमिका

  • भारत में, विशेष रूप से कश्मीर, केरल, आदि राज्यों में, क्या कोई इस्लामी संगठन अन्य धर्मों के साथ समानता दर्शाने वाले फलक लगाने की पहल करेगा ?
  • अमेरिका में धर्मांध कट्टर मुसलमानों की बढ़ती गतिविधियों  के कारण वहां के मुसलमान समुदाय के प्रति घृणा की भावना बढ़ती जा रही है । यदि कोई समझता है कि यह इस्लामी संगठनों का उनके प्रति बढ रही घृणा की भावना कम करने का मिथ्या प्रयास है, तो इसमें चूक कहां है ?