सिंहभूम (झारखंड) में सरकारी विद्यालय के मुख्याध्यापक इकबाल को बंदी बनाया
सिंहभूम (झारखंड) – घाटशिला के सरकारी विद्यालय के मुख्याध्यापक शफक इकबाल द्वारा राष्ट्रध्वज का प्रयोग बोर्ड पोछने (डस्टर) की घटना सामने आई है । इस विषय में गांववालों को जानकारी मिलने पर उन्होंने विद्यालय का घेराव किया । यह जानकारी मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और उन्होंने मुख्याध्यापक इकबाल को बंदी बनाया । गांववालों ने और विद्यार्थियों के अभिभावकों ने इस विद्यालय से इकबाल को हटाने की मांग की है ।
प्रिंसिपल शफक इकबाल ने तिरंगा को फाड़ कर बना दिया डस्टर, साफ़ की कुर्सी भी: पूछने पर कहा – पुराना था, इस्तेमाल कर लिया, सरस्वती पूजा पर लगा चुका है रोक#Jharkhand #Tricolorhttps://t.co/SRGw0MLKKi
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) December 8, 2022
(उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की राष्ट्रीय भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक)
१. इकबाल ने राष्ट्रध्वज को कैंची से काटकर उसके टुकडे किए । विद्यार्थियों ने यह जानकारी घर जाकर अभिभावकों को दी । गांववालों द्वारा विद्यालय जाकर इकबाल से इस विषय में पूछने पर उसने कहा कि, राष्ट्रध्वज पुराना हो गया था, इस कारण इसे फाडकर उसका ‘डस्टर’ बनाया । (इकबाल कभी पाकिस्तान के राष्ट्रध्वज का ऐसे प्रयोग कर सकते थे क्या ? – संपादक)
२. गांववालों का आरोप है कि, पहले भी विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय में श्री सरस्वतीदेवी की पूजा करने का प्रयास करने पर इकबाल ने इसे रोक दिया था । (धर्मांध कितना भी पढ लें, तो भी उनके अन्दर की धर्मांधता नष्ट नहीं होती और वे सर्वधर्म समभाव का भी पालन नहीं करते, यह हमेशा ही ध्यान में आता है ! ऐसी घटना के विषय में धर्मनिरपेक्षतावादी कभी भी नहीं बोलेंगे ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकाऐसों के विरोध में राष्ट्रद्रोह का अपराध प्रविष्ट कर आजीवन कारागृह में डालने का दंड होना चाहिए ! |