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भोपाल (मध्य प्रदेश) – मध्य प्रदेश में शिशुगृहों (अनाथालयों) में हिन्दू बच्चों के इस्लाम में धर्म परिवर्तन के पश्चात ज्ञात हुआ है कि ईसाई मिशनरी राज्य में मिशनरी संचालित छात्रावासों में हिन्दू छात्रों का धर्म परिवर्तन कर रहे हैं । ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ की अध्यक्षा प्रियांका कानुनगो ने इस संदर्भ में दमोह थाने में १० लोगों के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट किया है ।
FIR against Christian missionaries running children’s hostel, NCPCR chief suspects local officials complicit in illegal conversions: Damoh, MP https://t.co/EHR0SMhqyi
— HinduPost (@hindupost) November 14, 2022
कानूनगो के नेतृत्व में एक दल ने कुछ ईसाई मिशनरियों पर ध्यान रखा था । इन समय ईसाई मिशनरियों के अनेक अनुचित प्रकरण उजागर हुए । सर्वप्रथम, इस दल ने बेथलहम बाइबल क्षेत्र में एक छात्रावास का भ्रमण किया । इस स्थान पर छात्रों से जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि वहां हिन्दू बच्चों का धर्मांतरण किया जा रहा है । वहां से यह दल भिदावरी गांव में मिशनरी संचालित छात्रावास पहुंचा । वहां अधिकांश छात्र हिन्दू थे । ज्ञात हुआ कि वहां छात्रों को ईसाई धर्म पढाया जा रहा है । इसके पूर्व यह उजागर हुआ था कि राज्य के रायसेन जिले के एक बाल गृह में ३ हिन्दू बच्चों को इस्लाम में धर्मांतरित किया गया था ।
संपादकीय भूमिकाचूंकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है, इसलिए अपेक्षा की जाती है कि वहां हिन्दुओं का धर्मांतरण न हो ! इसके साथ ही हिन्दुओं की मांग है कि हिन्दू बच्चोें का बलपूर्वक धर्मांतरण करने वालों के विरुद्ध सरकार कठोर कार्यवाही करे ! |