तेलंगाना में हिन्दू महिलाओं को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए ‘मंगलसूत्र’ उतारने को कहा गया !

यद्यपि मुसलमान महिलाओं को ‘बुर्का’ परिधान करके प्रवेश करने की अनुमति !

भाग्यनगर – तेलंगाना में एक नया विवाद सामने आया है। यहां हिन्दू महिलाओं को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने के लिए ‘मंगलसूत्र’ निकालने के लिए कहा गया, जबकि मुसलमान महिलाओं को ‘बुर्का’ पहन कर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति दी गई । घटना १६ अक्टूबर को आदिलाबाद के स्नातक महाविद्यालय में तेलंगाना राज्य लोक सेवा परीक्षा के समय हुई थी । घटना का एक चलचित्र भी ट्विटर पर प्रसारित किया गया है । (हिन्दू महिलाओं को परीक्षा केंद्र में मंगलसूत्र परिधान करने से आने वाली अडचन बताए बिना केवल हिन्दूद्वेश के कारण इस तरह का कृत्य करके हिन्दुओं का अपमान करने वाले तेलंगाना के शासकों के विरुद्ध हिन्दुओं को वैधानिक पद्धति से विरोध करना चाहिए !  – संपादक)

१. सर्वोच्च न्यायालय के दो न्यायमूर्तियों ने कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब (मुसलमान महिलाओं द्वारा सिर और गर्दन को ढकने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक कपडा) विवाद पर अलग-अलग निर्णय दिए एवं प्रकरण  के निराकरण के लिए एक बड़ी न्यायपीठ का गठन करने का निर्णय दिया था ।

२. उसके उपरांत तेलंगाना में एक बार पुन: बुर्का विवाद ने सिर उठाया है । आदिलाबाद में परीक्षा केंद्र पर हिन्दू महिलाओं से चूड़ियां, झुमके, गले का हार तथा मंगलसूत्र जैसे अलंकार उतारने को कहा गया । वहीं मुसलमान  महिलाओं को बुर्का परिधान कर परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति थी ।

३. प्रसारित चलचित्र का उल्लेख करते हुए भाजपा नेता प्रीति गांधी ने कहा कि यह तुष्टीकरण की राजनीति की परिसीमा है । इसके उपरांत राज्य के अन्य भाजपा नेताओं ने भी ट्वीट कर तेलंगाना राष्ट्र समिति सरकार की आलोचना की और सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया ।

संपादकीय भूमिका

अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण करनेवाली तेलंगाना राष्ट्र समिति सरकार, जिस राज्य में सत्ता में हो वहां यदि ऎसा होता है तो इसमें आश्चर्य क्या  ?