अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराममंदिर को गिराकर वहां पुनः बाबरी के निर्माण का था षड्यंत्र !

  • पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के जिहादी कार्यकर्ताओं से की गई पूछताछ से मिली जानकारी न्यायालय में प्रस्तुत की गई !

  • प्रतिबंधित पी.एफ्.आई. का हिन्दूविरोधी षड्यंत्र उजागर !

नासिक – अयोध्या में आज के समय में निर्माणाधीन श्रीराममंदिर को गिराकर उस स्थान पर पुनः बाबरी मस्जिद का निर्माण करने का आतंकी संगठन ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ का (पी.एफ्.आई. का) षड्यंत्र था । इस संदर्भ में इस संगठन के जिहादी कार्यकर्ता अन्य इस्लामी देशों के सदस्यों के संपर्क में थे । सरकारी अधिवक्ताओं ने नासिक जिला सत्र न्यायालय के सामने यह दावा किया है । सितंबर महिने में राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग द्वारा (एन्.आई.ए. द्वारा ) बंदी बनाए गए इस संगठन के ५ कार्यकर्ताओं के साथ की गई पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है ।

इस पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि संपूर्ण भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए बाबरी मस्जिद का पुनर्निर्माण करने का षड्यंत्र था । सितंबर महिने में संपूर्ण देश में छापामारी कर पी.एफ्.आई. के सैकडों कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया गया था । उसके उपरांत केंद्र सरकार ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया । इस संगठन का वर्ष २०४७ तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने का षड्यंत्र था, यह भी स्पष्ट हुआ था । इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने का प्रयास किया था, यह भी बात सामने आई है ।

महाराष्ट्र राज्य से बंदी बनाए गए ये ५ कार्यकर्ता आज के समय में आतंकवादविरोधी दल की हिरासत में हैं । वे विदेश भी जाकर आए थे । विदेशों से उनके खाते पर बडी मात्रा में पैसे भी जमा हुए हैं । इन सभी कार्यकर्ताओं का एक वॉट्स एप समूह बनाया गया है तथा उसका एडमिन (नियंत्रक) पाकिस्तान से होने की जानकारी भी सामने आई है ।

संपादकीय भूमिका

  • जिहादी आतंकवादी हिन्दुओं के मंदिरों को लक्ष्य बनाने का प्रयास करते हैं, तब भी देश के धर्मनिरपेक्षतावादी तथा आधुनिकतावादी ‘उनका संबंध धर्म से नहीं जोडा जाना चाहिए’, ऐसा बोलकर सदैव ही उन्हें संरक्षण देते रहते हैं !
  • अयोध्या के श्रीराममंदिर पर जिहादियों की सदैव ही कुद्रुष्टि रहेगी, इसे ध्यान में लेकर हिन्दुओं को उसकी सुरक्षा का प्रयास करने के साथ केंद्र सरकार को भी जिहादियों की इस प्रवृत्ति को नष्ट करने के लिए भी प्रयास करने आवश्यक !