‘जोमेटो’द्वारा हिन्दुओं की क्षमायाचना !

‘जोमेटो’के विज्ञापन से अभिनेता हृतिक रोशन द्वारा उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का अनादर करने का प्रकरण

महाकालेश्वर मंदिर का नहीं, अपितु ‘महाकाल रेस्टोरेंट’ विषय में विज्ञापन होने का दावा

उज्जैन (मध्य प्रदेश) – ‘ऑनलाईन’ खाद्यपदार्थ बेचनेवाले ‘जोमेटो’के एक विज्ञापन से १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का अनादर किए जाने से उसका हिन्दुओं ने तीव्र विरोध किया है । सामाजिक माध्यमाें से भी इसके विरोध में ट्रेंड किया गया है । तदुपरांत ‘जोमेटो’ द्वारा क्षमायाचना की गई । अभिनेता हृतिक रोशन ने इस विज्ञापन में काम किया है । इस विज्ञापन में हृतिक रोशन कहते हैं, ‘‘मैं उज्जैन में था । मुझे इच्छा हुई । इसलिए मैंने ‘महाकाल’ से थाली मंगवाई ।’ महाकाल अर्थात महाकालेश्वर मंदिर ऐसा उसका अर्थ होने से हिन्दुओं द्वारा उसका विरोध किया जा रहा था । इस विषय में जोमेटो ने मांगी क्षमायाचना में कहा है कि ‘महाकाल थाली’ अर्थात उज्जैन के ‘महाकाल रेस्टोरंट’ की थाली ! उसका महाकालेश्वर मंदिर से संबंध नहीं । किसी की भावनाओं को आहत करना, हमारा उद्देश्य नहीं है । हम उज्जैन के नागरिकाें की भावनाओं का सम्मान करते हैं ।’

१. इस विज्ञापन का महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों से भी विरोध किया गया है । मंदिर के पुजारी महेश ने कहा कि ऐसे विज्ञापन करने से पूर्व आस्थापन को विचार करना चाहिए था । हिन्दू कभी आक्रमक नहीं होते; परंतु अन्य धर्म के विषय में इसप्रकार का विज्ञापन किया गया होता, तो उन्होंने इस आस्थापन के कार्यालय को आग लगा दी होती । इस आस्थापन ने यदि क्षमा नहीं मांगी तो न्यायालय में जाएंगे ।

२. पुजारी महेश आगे बोले, ‘‘महाकालेश्वर मंदिर का अन्नछत्र है; परंतु वहां से भोजन घर-तक वितरण (home delivery) की कोई व्यवस्था नहीं है । इसलिए यह आस्थापन महाकालेश्वर के नाम से ऐसे विज्ञापन न करे । यह आस्थापन मांसाहारी पदार्थों का भी वितरण करता है ।

३. महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने भी इस विज्ञापन का विरोध किया है । उन्होंने स्पष्ट किया, ‘मंदिर के अन्नछत्र से भोजन अन्यत्र वितरित करने की व्यवस्था नहीं है । यह विज्ञापन बंद करने के लिए उन पर कार्रवाई की जाएगी ।’

हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के उपरांत ‘#Boycott_Zomato’ इस हैशटैग ट्वीट्टर पर ट्रेंड किया गया है । राष्ट्रीय स्तर पर यह ट्रेंड कुछ काल दूसरे क्रमांक पर था । इस ट्रेंड द्वारा अनेक लोगों ने मांग की है कि ‘जोमेटो हिन्दुओं से क्षमा मांगे ।’

संपादकीय भूमिका 

धर्म, देवता आदि के अनादर के विषय में भारत में कठोर कानून न होने से किसी को भी इसकी धाक नहीं । पाकिस्तान में ऐसे अनादर के लिए फांसी का दंड दिया जाता है । भारत में ऐसा कब होगा ?