हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के लिए युवक हनुमानजी के गुण धारण करें ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

भोपाल में ‘धर्मरक्षक’ द्वारा आयोजित सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में युवकों का उद्बोधन !

‘धर्मरक्षक’ संगठन के कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे

भोपाल (मध्य प्रदेश) – ‘‘हनुमानजी रामभक्तों के आगे हाथ जोडकर विनम्र रहते थे और असुरों के समक्ष उनका महाबली रूप प्रकट हो जाता था । वर्तमान समय में हनुमानजी की उपासना करते समय हमें हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के लिए उनके गुणों को भी धारण करना होगा । हनुमान जैसी भक्ति व पराक्रम हिन्दू युवकों का आदर्श बनना चाहिए’’, ऐसा संदेश हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने दिया । धर्मरक्षक द्वारा यहां के प्रसिद्ध गुफा मंदिर स्थित बुढे हनुमान मंदिर में प्रति मंगलवार सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जाता है । इस आयोजन में सहभागी होने के उपरांत सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी युवकों का मार्गदर्शन कर रहे थे ।

इस समय धर्मरक्षक के संस्थापक श्री. विनोद यादव, भाजपा नेता श्री. अभय पंडितजी, हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया, प्रथमेश वाळके, सनातन संस्था की श्रीमती संध्या आगरकर के साथ अनेक युवक उपस्थित थे ।

सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने कहा कि ‘‘हमें आचरण से हिन्दू बनना होगा । जन्मदिन के केक पर नाम लिखकर या स्वयं का छायाचित्र बनवाकर काटा जा रहा है । तंत्रशास्त्र में किसी को कष्ट देने के लिए इस पद्धति का उपयोग किया जाता है । हम अपने जन्मदिन पर यह अशुभ कर्म क्यों कर रहे हैं ? हमें अपने शास्त्र के अनुसार तिथि को ही जन्मदिन मनाना होगा । इस समय उन्होंने धर्माचरण की कुछ सरल कृतियां युवाओं को बताईं ।