जिस मस्जिद से पथराव होता है, उसपर ताला लगाएं !

  • काशी धर्म परिषद में संतों एवं महंतों की मांग !

  • मांग मान्य न होने पर नागा साधु रास्ते पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे !

काशी धर्म परिषद द्वारा आयोजित बैठक में उपस्थित संत-महंत

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – देश में शुक्रवार की नमाज के पश्चात हुए हिंसाचार पर काशी धर्म परिषद द्वारा आयोजित बैठक में कुल १६ सूत्र सम्मिलित किए गए । ये सूत्र देश के धर्माचार्य, राज्य सरकार, तथा केन्द्र सरकार को भेजे जाएंगे । इस प्रस्ताव में मुख्यत: नूपुर शर्मा पर बलात्कार करने की धमकी देनेवालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा विधि के अंतर्गत कार्यवाही की जाए, शुक्रवार के नमाज के पश्चात जिन मस्जिदों से पथराव किया गया, उन सभी पर ताला लगाया जाए, ज्ञानवापी के प्रकरण में विश्व को सत्य बतानेवाले मुसलमान सरकारी कर्मचारी बाबा को नित्य संरक्षण दिया जाए, आदि मांगे की गईं । “ये मांगे पूर्ण नहीं हुई, तो नागा साधु रास्ते पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे”, ऐसी चेतावनी भी दी गई ।

वाराणसी के सुदामा कुटीर में पातापुरी मठ के महंत बालक दास की अध्यक्षता में काशी धर्म परिषद की बैठक आयोजित की गई थी । नमाज के पश्चात होनेवाले पथराव को इस बैठक में ‘इस्लामी आतंकवाद’ कहकर संबोधित किया गया । ‘जिस प्रकार इस्लामी जिहादी नमाज पढने के पश्चात रास्ते पर उतरकर देश में आग लगा रहे हैं, वह संत-समाज कदापि सहन नहीं करेगा’, ऐसी चेतावनी भी दी गई ।

हम सभी पंथ, अखाडे तथा नागा साधुओं को एकत्र कर बडा निर्णय लेंगे ! – महन्त बालक दास

महन्त बालक दास ने कहा कि, “देश जल रहा है, हमारे मन्दिर गिराए जा रहे हैं, साथ ही हमारे देवी-देवताओं का प्रतिदिन अपमान किया जा रहा है । हम जिहादियों पर कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं । देश को जलने से रोखने के लिए संत-समाज मार्ग पर उतरेगा । हम सभी पंथ, अखाडे तथा नागा साधुओं को एकत्रित कर बडा निर्णय लेंगे ।”

बैठक को उपस्थित संत-महंत !

सुदामा कुटीर के महन्त राघव दास, रामजानकी मठ के (बुलानाला) महंत अवधकिशोर दास, महंत अवधेश दास, रामपंथ के पंथाचार्य डा. राजीव, महंत प्रमोद दास, महंत सत्यनारायण, नारायण दास, डा. श्रवण दास, महंत रामेश्वर दास, महंत रामशरण दास, महंत सियाराम दास, कोतवाल मोहन दास, कोतवाल विजय दास, महंत ईश्वर दास, महंत सर्वेश्वर शरण दास, महंत चन्द्रभूषण दास, महंत वैभव गिरि, तांडव महाराज, रामेश्वर दास एवं महंत श्रीराम दास ।