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श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (‘इसरो’) ने ३० दिसंबर की रात को यहां सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से ‘एसपीडीईएक्स’ यानी ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट’ प्रक्षेपित किया । यह ‘सीएसएलवी-सी ६०’ रॉकेट की सहायता से पृथ्वी से ४७० किमी दूर पहुंचेगा । अंतरिक्ष में २ अंतरिक्ष यान जोड़े जाएंगे ।
🚀👏 ISRO Makes History! 🎉
ISRO successfully launched the #SpaDeXMission, a groundbreaking campaign that demonstrates “in-space docking”. 🛰️
This cost-effective mission involves two small spacecraft, launched from #Sriharikota, which will dock in space. 🤝
If successful,… pic.twitter.com/R0XeK0VtaV
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 31, 2024
ये दोनों यान ७ जनवरी २०२५ को जुड़ेंगे ।
यदि अभियान (मिशन) सफल रहा तो रूस, अमेरिका तथा चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा । भारत का ‘चंद्रयान- ४’ अभियान इसी अभियान की सफलता पर निर्भर है । मिशन चंद्रमा की मिट्टी के नमूने पृथ्वी पर वापस लाएगा । यह अभियान वर्ष २०२८ में आरंभ हो सकता है ।