पंजाब में श्री चिंतापूर्णी देवी के विषय में आपत्तिजनक लेख लिखने के कारण सिख संपादक को हिरासत में लेने का पुलिस द्वारा टालमटोल !

  • संपादक को अभी तक हिरासत में ना लेने से हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के आंदोलन !

  • संपादक के समर्थन में हिन्दू विरोधी सिख संगठनों के भी आंदोलन !

  • पंजाब में काँग्रेस की सरकार होने से उनकी दृष्टि में हिन्दुओं के धार्मिक भावनाओं की कीमत शून्य होने से संपादकों पर कार्यवाही नहीं हो रही । इसके विपरित अन्य धर्मियों के श्रद्धास्थान का अपमान हुआ होता, तो किसी के शिकायत ना करने पर भी कार्यवाही की जाती, यह ध्यान दें !– संपादक

  • हिन्दुओं के देवताओ का अपमान करने वालों के पीछे खडे रहने वाले हिन्दू विरोधी संगठन देशद्रोही खालिस्तानवादी हैं क्या ? इसकी जांच कर उनके ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए !– संपादक

  • सिख पंथ की उत्पत्ति हिन्दू धर्म से हुई है; लेकिन स्वतंत्रता के बाद इस विषय में सिखों को शिक्षा ना देने के कारण वे हिन्दू धर्म से दूर हो गए । अब तो वे हिन्दू धर्म से घृणा करने लगे हैं । यह सभी पार्टी के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद !– संपादक
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के आंदोलन

लुधियाना (पंजाब) – हिन्दुओं के देवताओं के विरोध में आपत्तिजनक विधान करने के मामले में यहां के दैनिक ‘रोजाना पहरेदार’ के संपादक जसपाल सिंह हेरा के विरोध में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने शिकायत की; लेकिन पुलिस ने उन्हें अभी तक हिरासत में नहीं लिया । पुलिस ने धार्मिक भावना दुखाने की धारा ‘२९५ अ’ के अन्तर्गत गुनाह प्रविष्ट किया होगा, तो भी हेरा को हिरासत मेंं लेने के लिए टालमटोल कर रहे हैं । इस कारण हिन्दुओं ने प्रदर्शन किए, साथ ही जुलूस निकाल कर रेलवे पुल पर धरना आंदोलन भी किया ।

१. कुछ दिनों पहले अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने श्री चिंतापूर्णी देवी के मंदिर में जाकर दर्शन लिए । इसपर ‘रोजाना पहरेदार’ के संपादक हेरा द्वारा लिखे लेख में देवी का ‘बेगानी देवी’ (अनजान देवी) ऐसा आपत्तिजनक उल्लेख किया ।

२. हिन्दुओं के प्रदर्शन करने पर उनके समर्थन में सिख संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय का घेराव किया । उन्होने संपादक के विरोध में लिखा गया गुनाह वापस लेने की मांग की ।