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नई दिल्ली : मोहनदास गांधी की जयंती के अवसर पर, २ अक्टूबर को सामाजिक माध्यमों पर ‘नाथूराम गोडसे’ के नाम से एक ‘ट्रेंड’ (एक विषय पर चर्चा) की शुरुआत की गई । बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इसकी आलोचना की है । “ऐसे अभद्र, दायित्व शून्य व्यवहार से देश को लज्जित न करें ।” वरुण गांधी ने कहा, कि ऐसे लोगों की सार्वजनिक भर्त्सना की जानी चाहिए ।
Varun Gandhi slams those glorifying Nathuram Godse
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— The Times Of India (@timesofindia) October 2, 2021
वरुण गांधी ने कहा, कि भारत सदैव आध्यात्मिक महाशक्ति रहा है । गांधी ही थे जिन्होंने हमारे देश की आध्यात्मिक नींव रखी और हमें नैतिक अधिकार दिया, जो आज भी हमारी सबसे बडी शक्ति है । (वरुण गांधी को यह ध्यान रखना चाहिए, कि भारत सदा आध्यात्मिक गुरु रहा है, गांधी के कारण नहीं ; अपितु, संतों, ऋषि-मुनियों के कारण ! – संपादक) गोडसे जिंदाबाद का ट्वीट करने वालों को सार्वजनिक रूप से लज्जित करना चाहिए । यह मूर्खता है, इसे मुख्यधारा में जगह नहीं दी जानी चाहिए ।