१ व्यक्ति की मृत्यु, पुलिस सहित अनेक घायल
(अल्लाहु अकबर अर्थात अल्लाह महान है)
पेरिस (फ्रांस) – फ्रांसीसी नगर मुलहाऊस में एक प्रदर्शन के समय एक व्यक्ति ने “अल्लाहु अकबर” का नारा लगाया और उसने अनेक लोगों पर चाकू से घातक आक्रमण कर दिए । जिसमें एक घायल व्यक्ति की मृत्यु हो गई है तथा अनेक घायल हो गए हैं । दो पुलिस अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि तीन अन्य लोगों को साधारण चोटें आईं । आक्रमण के उपरांत पुलिस ने पूरे परिसर को घेर लिया और इस्लामिक आतंकवादी को पकड कर कारागार में बंद दिया । वह अल्जीरिया का निवासी है । फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे “इस्लामिक आतंकवादी आक्रमण” कहा है । उन्होंने बताया, “हमारी सरकार फ्रांसीसी धरती से आतंकवाद को समूल समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है ।”
१. घटना के समय आक्रमणकारी पुलिस अधिकारियों को लक्ष्य कर रहा था । पुलिस अधिकारियों को बचाने के लिए एक ६९ वर्षीय पुर्तगाली नागरिक आगे आया; किन्तु आक्रमणकारी ने उसी पर चाकू से घातक वार कर दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई ।
२. आक्रमणकारी का नाम पहले से ही फ्रांस की आतंकवादी सूची में था । संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों की यह सूची २०१५ में चार्ली हेब्दो कार्यालय और एक यहूदी सुपरमार्केट पर हुए आतंकवादी आक्रमण के उपरांत निरीक्षण के लिए बनाई गई थी ।
३. आक्रमणकारी को पहले भी आतंकवादी गतिविधियों अथवा किसी समूह को समर्थन देने से संबंधित अपराधों के लिए दोषी ठहराया जा चुका था । उन्हें अल्जीरिया भेजा जाना था, किन्तु उसके देश ने अब तक १० बार उन्हें स्वीकार करने से मना कर दिया । इस्लामी आतंकवाद का मूल कारण स्थलांतर की समस्या ही है ।
संपादकीय भूमिकाजैसा कि विदित है कि फ्रांस में यूरोप की सबसे बडी मुसलमान जनसंख्या रहती है, जिसके फलस्वरूप जिहादी आक्रमण अथवा दंगे फ्रांस में सदा ही होते रहते हैं । अब यह नितांत आवश्यक है कि पश्चिमी देश विश्व से जिहादी आतंकवाद को समाप्त करने के लिए एकजुट हों ! |