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नई देहली – भारतीय सेना प्रमुख ने कहा कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है, ऐसा वक्तव्य कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने किया था । उस वक्तव्य पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में सेनाप्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, ‘सेना को राजनीति में न घसीटें ।’ राहुल गांधी के उस बयान को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसके पहले ही निरस्त कर दिया था ।
Army Chief Upendra Dwivedi’s reply to Rahul Gandhi’s Remarks
“Army Shouldn’t Be Involved In Politics”
Congress leader Rahul Gandhi passed remarks in parliament stating that the Chief of Army Staff has already stated that China has made an incursion into Indian territory.
It is… pic.twitter.com/83krSp7cOx
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 20, 2025
सेनाप्रमुख द्विवेदी ने कहा,
१. मुझे लगता है कि इसका राजनीतिक उत्तर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दे दिया है और रक्षा मंत्रालय ने यह उत्तर उन तक पहुंचा भी दिया है । परंतु, सेना राजनीति में न पड़े, इसके लिए मेरा सदैव प्रयत्नशील रहना महत्वपूर्ण है ।
२. समय के साथ हमने प्रगति की है और चीन ने भी प्रगति की है । जब आपके पास अधिक सैनिक होते हैं, तब उनके लिए निवासस्थान और यातायात की व्यवस्था करना आवश्यक होता है ।
३. हमने किसी भी विवादित क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है । हम जहां थे वहीं दृढ़ता से डटे हुए हैं और उस स्थान को सुविधाजनक बना लिया है ।
४. हम चीन के साथ बातचीत के मार्ग पर आगे बढ़े हैं । भारत और चीन के मध्य की सब शंकाएं चर्चा से दूर होंगी ।
५. भारत के ‘चिकन नेक’ (उत्तर-पूर्व भारत को जोड़ने वाला गलियारा) प्रदेश के निकट बांग्लादेश की सीमा में पाकिस्तानी सेना और आई.एस.आई. अधिकारियों की उपस्थिति चिंताजनक है । यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत विरोधी उस भूमि का उपयोग कर भारत में आतंकवादी न भेज सकें ।
६. अब हम विदेशों से शस्त्र खरीद पा रहे हैं । अब शस्त्रास्त्र निर्माण प्रतिष्ठानों को भारत में सरलता से शास्त्रास्त निर्माण की स्वीकृति और सुविधाएं मिल रही हैं । भारत सदैव ही पहले बातचीत का मार्ग अपनाता है । परंतु, जब आवश्यकता होगी, तब हम युद्ध से पीछे नहीं हटेंगे ।
संपादकीय भूमिकाझूठे बयान देकर भारतीय सेना को कलंकित करने का प्रयास करनेवाले राहुल गांधी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर शीघ्रातिशीघ्र दंड दिलाने का प्रयास करना आवश्यक ! |