प्रतिनिधि – श्री. प्रीतम नाचणकर, प्रयागराज
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), २८ जनवरी (समाचार) – यहां चल रहे महाकुंभ में ७ सहस्र १९२ संस्थाओं का प्रबंधन करने का उद्देश्य उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निश्चित किया गया था । उसमें से ९५ प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है । ५ प्रतिशत शेष काम नई संस्थाओं के प्रबंधन का है । यह सर्व प्रबंध उत्तर प्रदेश शासन के नगर विकास विभाग द्वारा किया गया है । कुछ दिन पूर्व ही इन सभी कार्यों का ब्योरा नगरविकास विभाग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया है । इस विषय में जानकारी ‘सनातन प्रभात’ को प्राप्त हुई है ।
१. इस वर्ष महाकुंभ में नई १ सहस्र २०० संस्थाओं को शासन द्वारा सुविधाएं दी गई हैं । इनमें स्थान एवं टैंट के साथ ही बिजली, पानी, स्वच्छता कर्मचारी आदि सुविधाएं समाहित हैं ।
२. शासन द्वारा सुविधाएं दी गई संस्थाओं में १३ अखाडों के २९ शिविर निर्माण किए गए हैं । इन सभी अखाडों के महामंडलेश्वरों के लिए शासन ने ४६० स्थानों पर प्रबंध किया है । ३०० स्थानों पर आचार्यों के लिए, दण्डी संन्यासियों के लिए २२५ स्थानों पर, तो खालसा अखाडों के साधुओं के लिए ७५० स्थानों पर प्रबंध किया गया है ।
३. इसके साथ ही अन्य मान्यवर, साधु, पत्रकार आदि समाज के भिन्न घटकों के लिए पूरे २ सहस्र ७५४ स्थानों पर प्रबंध किया गया है ।
४. सभी अखाडे, आध्यात्मिक संस्थाएं, कल्पवासी (कुंभक्षेत्र आकर व्रत रखनेवाले) आदि मिलाकर अबतक त्रिवेणी संगम एवं गंगा नदी में पूरे १३ करोड भक्तों ने स्नान किया है ।
५. २९ जनवरी को मौनी अमावास्या के दिन कुंभक्षेत्र में १० करोड भक्त स्नान हेतु प्रवेश करेंगे, ऐसा अनुमान उत्तर प्रदेश शासन द्वारा लगाया गया है ।
कल्पवासियों के लिए १ सहस्र १०० स्थान !
महाकुंभ में कल्पवासियों के लिए १ सहस्र १०० स्थानों पर निवास प्रबंध शासन द्वारा किया गया है । इन स्थानों पर कल्पवासी समूह में निवास कर रहे हैं ।