Yati Narsinghanand Saraswati : महाकुंभ में महंत यति नरसिंहानंदगिरी की छावनी में हिन्दू नाम बताकर मुसलमान ने किया प्रवेश !

महाकुंभपर्व में मेरी हत्या हो सकती है ! – महंत यति नरसिंहानंदगिरी

महंत यति नरसिंहानंदगिरी

प्रयागराज, १४ जनवरी (संवाददाता) : जुना अखाडे के महामंडलेश्वर तथा डासनादेवी मंदिर के अध्यक्ष महंत यति नरसिंहानंदगिरी की छावनी में घूसे एक धर्मांध मुसलमान को पुलिस ने बंदी बनाय । उसका नाम अयुब है तथा वह महंत यति नरसिंहानंदगिरी के तंबू के सामने खडा था । आसपास के साधुओं को उस पर संदेह होने से उन्होंने उससे पूछताछ की । तब उसने पहले अपना नाम आयुष बताया; परंतु उसके उपरांत उसका वास्तविक नाम आयुब था, ऐसा ध्यान में आया ।

आयुब से इस विषय में पूछे जाने पर वह कहने लगा कि मैं यहां घूमने के लिए आया था । मुझे किसी ने नहीं भेजा है । मेरा नाम आयुब अली है तथा मैं एटा जिले के (उत्तरप्रदेश) अलीगंज में रहता हूं । यहां आने की अनुमति नहीं है, यह मुझे ज्ञात नहीं था । (महाकुंभपर्व में जहां १० सहस्र से अधिक आध्यात्मिक संस्थाएं, साथ ही १२ सहस्र से अधिक छावनियों तथा लाखों हिन्दुओं के होते हुए भी यह आयुब महंत यति नरसिंहानंदगिरीजी की छावनी के पास ही कैसे पहुंचा, इस पर हिन्दुओं को तथा उत्तरप्रदेश सरकार को विचार करने की आवश्यकता है ! – संपादक)

मुसलमानों की संख्या बढने के कारण हिन्दू संकट में ! – महंत यति नरसिंहानंदगिरी

इस विषय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महंत यति नरसिंहानंदगिरीजी ने कहा कि मुसलमानों की संख्या बढने से हिन्दुओं को संकट उत्पन्न हुआ है । महाकुंभपर्व में मेरी हत्या हो सकती है । मेरी हत्या का षड्यंत्र रचा गया है । गाजियाबाद के डासना मंदिर के बाहर १० सहस्र से अधिक मुसलमानों की भीड ने मुझ पर आक्रमण किया था । मुझे मार डालने के लिए निरंतर रेकी की जा रही है । बेंगलुरू के जुबेर नामक धर्मांध ने मुझे इससे पूर्व ही धमकी दी है । इससे पूर्व उसने मंदिर पर आक्रमण किया है । उस संबंध में अभियोग चल रहा है । मेरी छावनी में हुई इस घटना के विषय में मैंने पुलिस महानिरीक्षक वैभव कृष्ण को जानकारी दी है ।