सर्वोच्च न्यायालय के भूतपूर्व न्यायमूर्ति रोहिंटन नरिमन का हिन्दुद्वेषी वक्तव्य !
नई दिल्ली – सर्वोच्च न्यायालय के भूतपूर्व न्यायमूर्ति रोहिंटन नरिमन ने वक्तव्य करते हुए कहा ‘आज हम देख रहे है कि संपूर्ण देश में मस्जिद एवं दरगाहों के विरुद्ध अभियोग प्रविष्ट किए जा रहे हैं । मेरे मत अनुसार, इसका प्रतिकार करने का एक मात्र समाधान बाबरी का निर्णय है, की जिसमें पूजा स्थल कानून का (प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट) समर्थन किया गया है । इसलिए बाबरी अभियोग का निर्णय प्रत्येक जिला एवं उच्च न्यायालय के सामने पढना चाहिए; क्योंकि उस निर्णय अंतर्गत ५ पृष्ठ सर्वोच्च न्यायालय के कानून की घोषणा है, की जो सभी के लिए अनिवार्य हैं । इस निर्णय के अनुसार यदि पूजा स्थल कानून लागू हो गया, तो इस प्रकार के प्रकरण सहजता से रुकेंगे ।’ वे अहमदी फाऊंडेशन द्वारा आयोजित ‘धर्मनिरपेक्षता एवं भारतीय संविधान’ विषय पर व्याख्यान में ऐसा बोल रहे थे ।
⚠️It is wrong to file cases against mosques and dargahs in the country! – Former Justice Rohinton Nariman
🔷 A Hinduphobic statement by former #SupremeCourt Justice Rohinton Nariman!
👉 These cases are being filed by Hindus under the rights granted by the Indian #Constitution… pic.twitter.com/FHDCXKewmJ
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 6, 2024
संपादकीय भूमिकाभारतीय संविधान द्वारा प्रदान किए गए अधिकारों के अंतर्गत हिन्दुओं द्वारा ये अभियोग प्रविष्ट किए जा रहे हैं । फिर भी इस संदर्भ में एक भूतपूर्व न्यायमूर्ति द्वारा इस प्रकार का वक्तव्य करना, हिन्दुओं के लिए अचरज ही है ! |