India Appeal To Bangladesh : हिन्दुओं की सुरक्षा का दायित्व लें !

भारत द्वारा बांग्लादेश सरकार को आवाहन !

नई देहली – बांग्लादेश के हिन्दू तथा अल्पसंख्यकों की स्थिति के विषय में हमने हमारा विरोध बिल्कुल स्पष्ट किया है । हिन्दू तथा अन्य अल्पसंख्यकों को मिलनेवाली धमकियां तथा लक्ष्यित (टार्गेटेड) आक्रमणों के विषय में भारत ने बांग्लादेश सरकार के सामने निरंतर एवं कडे रूप में भूमिका प्रस्तूत की है । अंतरिम सरकार ने सभी अल्पसंख्यकाें की रक्षा का दायित्व निभाना चाहिए । चरमपंथी वक्तव्यों की वृद्धि से हमें चिंता हो रही है । हम बांग्लादेश को आवाहन करते हैं कि वे देश केअल्पसंख्यकों की रक्षा हेतु कदम उठाएं । भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैस्वाल ने यहां पत्रकार परिषद में ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की ।

चिन्मय प्रभु की बंदी पर जैस्वाल ने कहा कि हम इस्कॉन को बेहद सामाजिक सेवा करनेवाली वैश्विक स्तर की प्रतिष्ठित संस्था को रूप में देखते हैं । जहां तक चिन्मय प्रभु की बंदी का प्रश्न है, हमने इस पर हमारा निवेदन दिया है । व्यक्तियाें के विरुद्ध अभियोग तथा कानूनन प्रक्रिया चल रही हैं । इन प्रक्रियाओं को निष्पक्ष तथा पारदर्शक पद्धति से हल करें तथा इन व्यक्तियाें तथा सभी संबंधित लोगों का पूरा सम्मान करें, हमारी ऐसी अपेक्षा है ।

भारत से बांग्लादेश काे होनेवाली वस्तुओं की आपूर्ति के विषय में जैस्वाल ने कहा कि भारत से बांग्लादेश को वस्तुओं की पूर्ति चल ही रही है । बांग्लादेश तथा भारत में व्यापार दोनों ही दिशाओं में चल रहा है ।

संपादकीय भूमिका 

केवल आवाहन करने से बांग्लादेश हिन्दुओं की रक्षा करेगा, ऐसे भ्रम में रहना असंभव है । मूलत: वहां की सरकार की ही हिन्दुओं पर आक्रमण करने की नीति है । अगस्त से वहां के हिन्दुओं पर आक्रमण हो रहे एवं उसमें कोई भी कमी नहीं आई है । इसलिए हिन्दुओं की रक्षा करने हेतु भारत काे कृति के स्तर पर बांग्लादेश सरकार को विवश करना आवश्यक है, तभी बांग्लादेश के हिन्दू ‘सेफ’ (संरक्षित) रहेंगे !