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भोपाल (मध्य प्रदेश)- यहां के बरकतुल्ला विश्वविद्यालय में रामचरितमानस के सुन्दरकाण्ड का पाठ करने पर और मंदिर में देवदर्शन के लिए जाने पर विवाद उत्पन्न हो गया है । विश्वविद्यालय के मुख्य अधिकारी (वॉर्डन) आयशा रईस के आदेश से हिन्दू विद्यार्थियों के सुन्दरकाण्ड का पाठ करने और मंदिर में जाने पर रोक लगा दी गई है । विद्यार्थियों के बताए अनुसार आयशा ने कहा था कि ‘यदि तुम लोगों को मंदिर जाना है, तो पहले विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुमति लेनी होगी । आदेश का उल्लंघन करने पर क्षमा मांगनी पड़ेगी ।’ इसपर से विश्वविद्यालय में हो-हल्ला होने लगा । विद्यार्थियों ने इस निर्णय का विरोध किया है ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने भी इस निर्णय का विरोध किया है । परिषद के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेशद्वार के सामने एकत्र होकर श्रीराम नाम का जप किया और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस घटना को गंभीरता से लेने का आवाहन किया । इस प्रकरण में उचित कार्यवाही न होने पर हम मार्ग पर आकर आंदोलन करेंगे, यह चेतावनी भी अभाविप ने दी है ।
आयशा रईस का स्पष्टीकरण !
आयशा रईस ने इस विषय में स्पष्टीकरण प्रसारित किया है । इसमें वे कहती हैं कि यह धार्मिक विषय नहीं है । कहीं जाने से भी संबंधित नहीं है । यह अनुशासन का विषय है ।’ कुलगुरु ने एक समिति बनाई है, जो इस घटना की जांच करेगी । उन्होंने कहा कि विद्यार्थी हमारे बच्चे समान हैं । उनका कोई अहित न हो । वे अपने माता-पिता से दूर यहां रहते हैं । हम उनसे प्रेम करते हैं, उनकी सुरक्षा करते हैं, जिससे वे आनंद पूर्वक अध्ययन कर सकें ।
संपादकीय भूमिका
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