विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की चेतावनी !
मुंबई – २६ नवम्बर २००८ (‘२६ /११’) को मुंबई पर हुए जिहादी आतंकवादी आक्रमण के संबंध में भारत (तत्कालीन सरकार) की ओर से कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया गया । विदेश मंत्री डाॅ. एस. जयशंकर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। “जब हम शून्य सहिष्णुता के संबंध में बात करते हैं, तो इसका अर्थ है कि, ” आज का भारत इसे कदापि सहन नहीं करेगा,’ तथा निश्चित रूप से, उत्तर दिया जाएगा ।’ डॉक्टर जयशंकर ने कहा।
विदेश मंत्री डाॅ. जयशंकर ने आगे कहा कि मुंबई न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए ‘आतंकवाद विरोध’ का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य रहते हुए भारत ने आतंकवाद निरोधक समिति की अध्यक्षता की। आतंकवाद विरोधी समिति की बैठक उसी होटल में हो रही थी जिसे आतंकवादियों ने आक्रमण के समय लक्क्ष किया था। आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में भारत नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि अब किसी का भी दिन में व्यापार करना और रात्रि में आतंकवादी गतिविधियों में सम्मिलित होना पूर्ण रूप से अस्वीकार है।
Terrorism threatens humanity.
Today, on 26/11, the world joins India in remembering its victims. Those who planned and oversaw this attack must be brought to justice.
We owe this to every victim of terrorism around the world. pic.twitter.com/eAQsVQOWFe
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 26, 2022
संपादकीय भूमिकाआक्रमणों के उपरांत कार्रवाई करने के संबंध में विचार करने की जगह ऐसा वातावरण निर्माण चाहिए कि अब कोई भी भारत पर आक्रमण करने का साहस ही न करे ! |