(और इनकी सुनिये) ‘जो हुआ वह तो होना ही था !’ – सरवर चिश्ती

बहराइच (उत्तर प्रदेश) में रामगोपाल मिश्रा की हत्या पर अजमेर के सरवर चिश्ती का आक्रोशपूर्ण बयान

अजमेर के सरवर चिश्ती और  रामगोपाल मिश्रा

अजमेर (राजस्थान) – उत्तर प्रदेश में श्री दुर्गादेवी के जुलूस पर हमला कर रामगोपाल मिश्र की हत्या पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अजमेर के मजदूर संगठन सचिव सरवर चिश्ती ने कहा, ‘ घरघर हरा झंडा उतार कर एक विशेष धर्म का झंडा फहराया जा रहा है ; मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है; तब फूलों की बारिश नहीं होगी, जो हुआ वह तो होना ही था ‘, ऐसा बयान किया । (यदि ऐसा है , तो मस्जिदों के पास हिन्दू जुलूसों पर हमलों पर हिन्दुओं को कैसी प्रतिक्रिया देनी चाहिए ? क्या उन्हें भी कानून अपने हाथ में लेना चाहिए ? – संपादक)

चिश्ती ने आगे कहा, हमारे जुलूस निकलते हैं; लेकिन हम किसी को गाली नहीं देते । ये सब एकतरफा हो रहा है । यहां कभी नामी मुसलमानों को मारा जा रहा है , तो कभी सिखों को । उन्होंने यह भी प्रश्न उठाया कि यदि इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है तो यह कैसे हो रहा है ?

संपादकीय भूमिका

खुलेआम ऐसा कहने वालों को पुलिस द्वारा बंदी बनाया जाना चाहिए ! आशा है कि इन बयानों से हिन्दुओं को हिन्दुओं के प्रति कट्टरपंथियों के रवैये का एहसास होगा और वे आत्मघाती धर्मनिरपेक्षता का विरोध करेंगे !