राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट के उत्तम जानकर की हिंदूद्वेषी गरलओक
इंदापुर (जिला पुणे) – बारामति में डेढ दिनके गणपति ने शराब का सेवन किया, इसलिए शरद पवार ने उनका विसर्जन किया, राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट के नेता उत्तम जानकर ने इंदापुर में हर्षवर्धन पाटील के पक्षप्रवेश कार्यक्रम में बोलते समय ऐसा विवादास्पद वक्तव्य किया । उत्तम जानकर ने इस भाषण के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से अजित पवार तथा इंदापुर के विद्यमान विधायक दत्तात्रय भरणे र निशाना साधा है; परंतु जानकर का विवादास्पद वक्तव्य सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हो रहा है तथा संतप्त प्रतिक्रियाएं भी उभर कर आई हैं । भाजप ने भी उत्तम जानकर के इस वक्तव्य का आक्रमक समाचार लिया है ।
'The Ganpati installed in Baramati started drinking alcohol, and therefore Sharad Pawar submerged the idol in water'- Vicious and anti-Hindu statement by Uttam Jankar, leader, NCP-Sharad Pawar Group
👉 Only those who are completely ignorant of Dharma, Dev and Avatar, would rant… pic.twitter.com/thHDZtHdZT
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 10, 2024
जानकर ने क्या कहा ?
पूरा महाराष्ट्र जिन्हें नमन करता है, उन्हे घर से ही चुनौती दी गई । संपूर्ण महाराष्ट्र में इसका परिणाम हुआ । साहब ने (शरद पवार ने) बारामति मे डेढ दिन के लिए गणपति का आयोजन किया था । इस गणपति की लोकप्रियता इतनी बढ गई थी कि यह गणपति दूध पीता है, पूरे महाराष्ट्र में ऐसी ख्याति हो गई थी । तदनंतर एक दिन ऐसा समाचार आया कि इस गणपति ने शराब का सेवन किया, इसलिए साहब ने डेढ दिन में ही इस गणपति का विसर्जन किया ।
वोट जिहाद से मिलनेवाले अनायास मत के कारण आप ललचा गए हैं ! – अजित चौहान, भाजप प्रवक्ता
भाजप के प्रवक्ता अजित चौहान ने जानकर के इस वक्तव्य का समाचार लेते हुए कहा कि उत्तम जानकर को जो भाषा समझमें आती है, उसी भाषा में उत्तर देना चाहिए । उत्तम जानकर को उलटे टांग कर उनकी पिटाई करनी चाहिए । हिंदुओं की भावनाएं इतनी सस्ती नहीं हैं । शरद पवार की इस सभा में चाहे सो बडबडनेवाले उत्तम जानकर, इस महाराष्ट्र में हिंदुत्वनिष्ठ जनता आपको प्रत्येक चौक में पिटाई करेगी । वोट जिहाद से मिलनेवाले अनायास मत के कारण आप ललचा गए हैं ! अट्टल शराबी तथा व्यर्थ गए इस नेता के अतिशय गंदे वक्तव्य का मैं तीव्र शब्दों में निषेध करता हूं ।
संपादकीय भूमिकादेवी-देवता तथा अवतार आदि के उच्चकोटी के कार्य के विषय में किंचित भी ज्ञान न रहनेवाले लोग ही ऐसे विषैले वक्तव्य करते हैं । यदि किसीने अन्य पंथियों में इतने नीचले स्तर पर जाकर उनके श्रद्धास्थानों पर आलोचना की, ताे क्या होता है ?’, इसकी सभी को कल्पना है ! हिंदू निद्रिस्त होनेसे ही जानकर समान लोगों को अवसर मिलता है । धर्मश्रद्धाओं का अपमान करनेवाले लोगों पर कठोर कार्यवाही न होना हिंदुओं के लिए लज्जाजनक है ! |