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नंदुरबार, २० सितंबर (समाचार) – ईद-ए-मिलाद के निमित्त १९ सितंबर को नंदुरबार, दोंडाईचा (जिला धुळे) एवं जालना में निकाले गए जुलूस में धर्मांधों ने हिन्दुओं पर आक्रमण किया । साथ ही हिन्दुओं के घरों पर जोरदार पथराव करते हुए हिन्दुओं के वाहनों को भी प्रचंड क्षति पहुंचाई । भीड को तितर-बितर करने हेतु पुलिस ने आंसू गैस की १५ नलियां फोडी । इस समय धर्मांधों ने हाथ में औरंगजेब के समर्थन के फलक चमकाए । नंदुरबार में ४ पुलिसकर्मियों सहित १० नागरिक घायल हो गए । तीनों शहरों के दंगों की परिस्थिति देखते हुए धर्मांधों का यह पूर्वनियोजित षड्यंत्र रचाकर उपद्रव करना स्पष्ट हुआ ।
१. नंदुरबार
१. दोपहर २ बजे ईद-ए-मिलाद के जुलूस के समय अनेक स्थानों पर चुस्त पुलिस-दल व्यवस्था नियुक्त की गई थी । इलाही चौक परिसर से जुलूस माळीवाडा परिसर में आने के उपरांत पथराव की भ्रमित खबर फैल गई । इस कारण पुलिस ने जुलूस को रोक दिया । तदुपरांत धर्माधों ने अचानक जोरदार पथराव चालू किया । शांति की चुनौती दे रही पुलिस पर भी पथराव किया गया । इसमें कुछ पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए ।
२. गणेशोत्सव के जुलूस के समय धर्मांधों ने जिन बस्ती में से हिन्दुओं को नहीं जाने दिया, उसी माळीवाडा बस्ती में धर्मांध बडी संख्या में एकत्रित हुए एवं उन्होंने हिन्दुओं के घर तथा वाहनों को लक्ष्य किया ।
३. धर्मांधों ने पुलिस अधीक्षकों के वाहनों के साथ ही निजी वाहनों की तोडफोड की, साथ ही ३ घर एवं ३ दो-पहिया वाहनों को आग लगाने का प्रयास किया । नवनाथनगर परिसर के २ घरों की आगजनी के साथ २ सिलेंडर को भी आग लगाने का प्रयास किया गया ।
४. सायंकाल के उपरांत परिस्थिति नियंत्रण में आई । घटनास्थल पर पत्थर- ईंटों का ढेर लग गया था । शहर में पुलिस व्यवस्था बढाई गई है तथा अफवाहों पर विश्वास न रखने का आवाहन पुलिस द्वारा किया गया है ।
५. इस घटना के कुछ वीडियो सामाजिक माध्यमों से प्रसारित होने के उपरांत शहर के अन्य क्षेत्रों में तनाव निर्माण हुआ । परिणाम-स्वरूप वहां के व्यापारियों ने दुकान बंद किए । पाठशाला के छात्रों को जल्दी घर छोडा गया ।
दंगाईयों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करूंगा ! – पुलिस अधीक्षक, नंदुरबार
इस घटना के विषय में बोलते समय नंदुरबार के पुलिस अधीक्षक एस. श्रवण दत्त ने कहा, ‘अपराधियों को नहीं छोडूंगा । शहर की परिस्थिति नियंत्रित की गई हैं एवं सभी लोग शांति रखें । यदि सामाजिक माध्यमों से किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक अथवा नागरिकों को भडकानेवाले वीडियो प्रसारित किए, तो उनके विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही की जाएगी । इस घटना की पृष्ठभूमि पर अतिरिक्त पुलिस-दल व्यवस्था नियुक्त की गई है ।’
पुलिस के सामने ही फहराए फिलिस्तीन के ध्वज !नंदुरबार में ‘डीजे’ को अनुमति न होते हुए भी डॉल्बी (बडी आवाज करनेवाला ध्वनि तंत्र) लगाकर जुलूस निकाला गया । उस पर आपत्तिजनक गीत लगाए । फिलिस्तीन के ध्वज फहराए गए; परंतु पुलिस ने इसके विरुद्ध कुछ नहीं किया । (निष्क्रिय पुलिस ! – संपादक) |
२ दोंडाईचा (जिला धुले)
जुलूस के समय धर्मांधों ने आक्षेपपूर्ण घोषणा देकर गीत बजाए एवं संघर्ष निर्माण किया । छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का विडंबन कर वहां फिलिस्तीन के ध्वज फहराए तथा देशद्रोही जहर उगला । (सामान्यरूप से भगवा ध्वज फहरानेवाले हिन्दुओं पर कार्यवाही कर उनको बंदी बनानेवाली पुलिस ऐसे धर्मांधों पर कार्यवाही करने का साहस कब दिखाएगी ? – संपादक) इस समय धर्मांधों द्वारा किए गए पथराव में २२ लोग घायल हो गए, जबकि अनेक वाहनों के शीशे टूट गए । इस घटना के उपरांत शहर में अफवाह फैलने के कारण भिन्न भिन्न स्थानों पर पथराव हुआ । भाजपा के विधायक जयकुमार रावल के घर पर भी धर्मांधों ने जोरदार पथराव किया ।
हिन्दुओं का जोरदार प्रतिकार देखते ही धर्मांधों का पलायन !दोंडाईचा में धर्मांधों द्वारा किए गए पथराव के उपरांत हिन्दुओं ने बडी संख्या में सडक पर उतरकर धर्मांधों को ‘जैसे को तैसा’ उत्तर दिया । हिन्दुओं का जोरदार प्रतिकार देखते ही धर्मांध पलायन कर गए । (ऐसा संगठन प्रत्येक समय बताएं, तो धर्मांधों का हिन्दुओं पर आक्रमण करने का साहस नहीं होगा ! – संपादक) |
३. जालना
जालना में जुलूस के समय एम.आइ.एम. के अकबरुद्दीन ओवैसी का आपत्तिजनक वक्तव्य ‘१५ मिनट के लिए पुलिस हटाएं, हम १०० करोड हिन्दुओं को काट डालेंगे’, इस हेतु का गाना ‘डीजे’ पर लगाया गया था । तदनंतर धर्मांधों ने हिन्दुओं की दुकानों की तोडफोड कर लूटपाट की । इस समय पुलिस प्रशासन विवश दिखाई देता था । (अखंड कानून-सुव्यवस्था न संभाल सकने वाली पुलिस क्या काम की ? – संपादक)
संपादकीय भूमिका
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