Ex-Home Minister’s Confession : मैं जब गृहमंत्री था, तब मुझे श्रीनगर के लाल चोक में जाने का भय लगता था !

तत्‍कालीन कांग्रेस सरकार के केंद्रीय गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे की स्‍वीकृति

सुशीलकुमार शिंदे

नई देहली – डॉ. मनमोहन सिंह सरकार में गृहमंत्री रहे सुशीलकुमार शिंदे ने स्‍वीकृति देते हुए कहा, ‘मैं जब गृहमंत्री था, तब मुझे श्रीनगर के लाल चोक एवं दल सरोवर जाने से भय लगता था ।’ नई देहली के ‘इंडिया इंटरनैशनल सेंटर’ में ९ सितंबर को सम्पन्न उनके ‘फाइव डिकेड्‍स ऑफ पॉलिटिक्‍स’ नामक पुस्‍तक के प्रकाशन कार्यक्रम में वे ऐसा बोल रहे थे । इस समय कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खर्गे, दिग्‍विजय सिंह एवं शिक्षा विशेषज्ञ विजय धर भी उपस्‍थित थे । धर, शिंदे के परामर्शदाता भी थे ।

‘फाइव डिकेड्‍स ऑफ पॉलिटिक्‍स’ नामक पुस्‍तक के प्रकाशन कार्यक्रम में सुशीलकुमार शिंदे (बाएंसे तिसरे) और अन्य

पुस्‍तक के लिए शरद पवार की प्रस्‍तावना !

शिंदे के पुस्‍तक में २४० पन्ने हैं एवं उन्होंने कुल ८ विभागो में अपने राजनीतिक कार्यकाल के भिन्न विषयों पर लेखन किया है । इस पुस्‍तक को शरद पवारजी की प्रस्‍तावना है, जबकि सोनिया गांधी ने भी शुभकामनाएं दी है । ५ दशकों के राजनीतिक कार्यकाल की यह अंग्रेजी एवं हिन्दी पुस्‍तक सुशीलकुमार शिंदे ने अपने राजनीतिक वारिस, सोलापुर के कांग्रेस के सांसद की बेटी प्रणिती शिंदे को अर्पण किया है ।

संपादकीय भूमिका 

  • जहां गृहमंत्री को ही भय लगता है, वहां सर्वसाधारण लोगों का क्या ?
  • शिंदे की यह स्‍वीकृति अर्थात कांग्रेस की ५५ वर्षों की सत्ता के कार्यकाल में पराभूत मानसिकता की स्वीकृति ही है ! दृढ मानसिकता के नहीं, अपितु ऐसे नामर्द गृहमंत्री मिलना, यह जनता का दुर्भाग्य !
  • कांग्रेस ने आजीवन मुस्लिमों की चापलूसी करने के उपरांत भी उनके नेताओं को मुसलमानबहुसंख्यक श्रीनगर के लाल चोक में जाने का भय लगना, यह मुस्लिमों से कांग्रेस भी सुरक्षित न होने का सूचक !