गीतकार जावेद अख्तर का विज्ञान और धर्म पर टिप्पणी करने वाला विधान !
नई देहली – प्रसिद्ध चित्रपट कथालेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने विज्ञान और धर्म पर बोलते समय इसे परस्पर विरोधी ठहराया है । उन्होंने कहा कि, भारत में इसरो का (भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान का) एक व्यक्ति है जो चंद्रमा के एक भाग पर उपग्रह भेज सकता है । चंद्रमा पर चंद्रलोक है । वहां देवता रहते हैं और आप वहां उपग्रह भेजते हैं । उपग्रह वहां पहुंचने पर आप (इसरो के वैज्ञानिक) मंदिर में जाते हैं, यह स्किजोफ्रेनिया (एक प्रकार का मनोविकार) है । मानवीय इतिहास में ऐसा पहली बार ही हो रहा है कि आपका ज्ञान और जानकारी और आपके धर्म की विचारधारा एक साथ नहीं आती, ऐसा विधान लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने एक साक्षात्कार में किया ।
‘ISRO Scientists send satellites to the moon and then go to temples, this is Schizophrenia’ – Lyricist Javed Akhtar’s statement criticising the intersection of Science and Dharma
Is there a rule that the advocates of science should be atheists? Or is there some global standard… pic.twitter.com/F0T7VRsyV9
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) August 31, 2024
जावेद अख्तर ने बताया कि सभी धर्म किसी भी अपवाद के अतिरिक्त अंधकार युग में हैं । उनकी जडें अंधकार युग से जुडी हुई हैं । लोगों की गर्भनली अंधकार युग से अभी भी जुडी हुई है ।
संपादकीय भूमिका
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