Badlapur School Sexual Abuse : सहस्रो नागरिक रास्ते पर उतर आए; अभिभावकों द्वारा विद्यालय के सामने ही आंदोलन

  • बदलापुर (ठाणे) में विद्यालयीन बालिकाओं के साथ हुए यौन अत्याचार का प्रकरण

  • बदलापुर में उपनगरीय रेलवे यातायात रोक दी गई

  • पुलिस ने किया टियर गैस का उपयोग

  • आंदोलकों द्वारा पेट्रोल से विद्यालय जलाने का प्रयत्न

  • पुलिस ने चलाई लाठियां, तो आंदोलकों द्वारा पुलिस पर पथराव

अभिभावकों द्वारा विद्यालय के सामने आंदोलन

ठाणे, २० अगस्त (संवाददाता) – बदलापुर के विख्यात विद्यालय में सीखनेवाली ४ वर्ष की २ बालिकाओं पर स्वच्छता कर्मचारी द्वारा स्वच्छतागृह में यौन अत्याचार करने की घटना घटी । इसका विरोध करते हुए २० अगस्त को सहस्रो नागरिक रास्तेपर उतर आए । सवेरे से ही अभिभावकों ने इस विख्यात विद्यालय के बाहर आंदोलन आरंभ किया । आंदोलकों ने पुलिस सुरक्षा को भेदकर विद्यालय के भीतर घुसकर तोडफोड की । इस समय आंदोलकों ने पेट्रोल से विद्यालय को जला देने का प्रयत्न किया; परंतु पुलिस के रोकने से हानि टल सकी । आक्रामक आंदोलकों को बिखेरने के लिएके लिए पुलिस ने विद्यालय के परिसर में टियर गैस का उपयोग किया । विद्यालय का परिसर पुलिस छावनी में बदल गया था । ‘विद्यालय की बालिकाओं पर अत्याचार करनेवाले को हमारे अधीन करें , हम उसे विद्यालय के सामने ही जला देंगे’, ऐसा आक्रामक पैंतरा आंदोलकों ने लिया । २० अगस्त को ‘बदलापुर बंद’ का पालन किया गया ।

विद्यालय पर मोर्चा निकालने के ३ घंटे पश्चात भी विद्यालय प्रशासन द्वारा कोई संवाद न किया जाने के कारण आंदोलकों ने बदलापुर रेल स्थानक की ओर जाते हुए मध्य रेल की यातायात रोक रखी । इस कारण रेल सेवा बंद हुई । पुलिस ने आंदोलकों को रेल की पटरियों से हटाने का प्रयास किया । बदलापुर में आक्रोशित समुदाय द्वारा किया रेल बंद का आंदोलन हिंसक बन गया । पुलिसद्वारा लाठियां चलाने पर यात्रियों तथा आंदोलनकर्ताओं ने पथराव आरंभ किया । यात्रियों के आक्रोश को देखकर लाठियां चलानेवाली पुलिस वापस लौट गई ।

आंदोलकों ने रेल की यातायात रोक रखी

सहयोग करने का मुंहदेखा आश्वासन दिए बिना ही विद्यालय के अध्यक्ष निकल गए !

विद्यालय के अध्यक्ष ने आंदोलकों से शांत रहने की विनती की । उन्होंने कहा, ‘‘विद्यालय में घटी अत्याचार की घटना निंदनीय और घृणास्पद है । हम पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं । प्रशासन और बालिकाओं के अभिभावकों के साथ भी हम सहयोग कर रहे हैं । विद्यालयीन व्यवस्थाओं में सुधार लाकर उन्हें सुरक्षित कैसे किया जाए ?, इसका हम विचार कर रहे हैं । मेरी सभी से विनती है कि आप किसी भी घटना का क्रोध इस विद्यालय पर न निकालें ।’’ इसके उपरांत वे रो पडे और इस कारण वहां से निकल गए ।

परिवादी अभिभावकों को १२ घंटे कोई प्रतिसाद न देनेवाली महिला वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक का स्थानांतरण !

आरंभ में विद्यालय के प्रशासन और पुलिस ने यह मामला दबाने का प्रयत्न किया । पीडित बालिकाओं के अभिभावक पुलिस थाने में परिवाद करने गए, तब वहां की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभदा शितोळे ने उन्हें १२ घंटे कोई प्रतिसाद नहीं दिया । इस मामले में शितोळे का ठाणे नियंत्रण कक्ष में तत्काल स्थानांतरण किया गया ।

संपादकीय भूमिका 

ऐसे असंवेदनशील पुलिसकर्मियों को निकाल ही देना चाहिए !

विद्यालय की ओर से क्षमायाचना करनेवाला पत्र प्रसिद्ध

विद्यालय के प्रशासन की ओर से क्षमायाचना का केवल एक पत्र प्रसिद्ध किया गया । इसमें कहा है, ‘‘बालिकाओं के साथ दुष्कृत्य करने वाले, स्वच्छता कर्मचारी को देने वाले ठेकेदार का ठेका निरस्त किया गया है । इस घटना के लिए सभी अभिभावकों के समक्ष विद्यालय क्षमाप्रार्थी है । घटी हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण, घृणास्पद और निंदनीय है । संबंधित कर्मचारी को कठोर दंड दिया जाए, इसलिए संस्था आग्रही है । आरोपी के विरोध में संस्था ने पूर्ण क्षमता से पुलिस का सहयोग किया है ।’’

आवश्यकता पडने पर संस्थाचालकों पर कार्यवाही की जाएगी !   मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

छात्राओं पर अत्याचार करनेवाले आरोपी को कठोर दंड दिया जाएगा । इसके लिए शीघ्रगति न्यायालय में तत्काल अभियोग चलाया जाएगा । ठाणे के पुलिस आयुक्त से मैंने बात की है । ऐसी घटनाएं घटने पर आवश्यकता के अनुसार संस्थाचालकों पर भी कार्यवाही की जाएगी । इस घटना के बारे में मैंने तत्काल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से चर्चा की है । ऐसी घटनाएं न हों, इस हेतु स्थायी उपाययोजना बनाने के लिए बताया है । छात्र अथवा अभिभावकों की समस्याओं के लिए प्रत्येक विद्यालय में शिकायत पेटी लगाने का सुझाव दिया है । विद्यालय के जिन कर्मचारियों का छात्रों से निरंतर संपर्क रहता है, उन पर निकट से ध्यान देना और उनकी पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी रखना आवश्यक है । ‘सखी सावित्री समितियां’ स्थापित हुई हैं अथवा नहीं ?, यह जांचने के आदेश दिए गए हैं । बदलापुर के इस मामले में विद्यालय के संस्थाचालकों की गलती होगी, तो उनपर भी कार्यवाही की जाएगी ।

नराधम को फांसी हो, इसलिए प्रयत्न करेंगे ! – उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

बदलापुर की घटना में २ आरोपियों को बंदी बनाया गया है । इस मामले में संस्था की भी जांच की जाए, ऐसे आदेश पुलिस को दिए गए हैं । यह अभियोग शीघ्रगति न्यायालय में चलाने के लिए आज ही प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश ठाणे पुलिस आयुक्त को दिया गया है । घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक श्रेणी की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में विशेष जांच पथक नियुक्त किया गया है । इस घटना के नराधम को फांसी हो इसके लिए सरकार विशेष प्रयास करेगी । इस मामले में पुलिस संवेदनशील होकर काम कर रही है । दोषियों पर कार्यवाही करने में किसी ने विलंब किया है क्या ? अथवा किसी घटना को कोई छिपा रहा है क्या ?, परिवादियों को जानबूझकर पुलिस थाने मं बिठाकर रखा गया है क्या ?, इन सभी की जांच भी विशेष अन्वेषण पथक द्वारा की जाएगी ।’’

महिलाओं पर होनेवाले अत्याचार बंद होने पर ही ‘लाडली बहन’ कहें ! – उद्धव ठाकरे

मुख्यमंत्री ‘लाडली बहन योजना’ का संचालन कर रहे हैं; परंतु राज्य में लाडली बहनें ही सुरक्षित नहीं हैं । महिलाओं पर होनेवाले अत्याचार बंद होने पर ही ‘लाडली बहन’ कहें । यह अभियोग शीघ्रगति न्यायालय में चलाया जाए । देहली के निर्भया बलात्कार के मामले में दोषी को फांसी देने में विलंब हुआ । ऐसी घटनाओं में न्याय शीघ्रातिशीघ्र होना चाहिए । दलभेद और जातियों से परे जाकर सभी को इकठ्ठा होकर ऐसी घटनाओं का विरोध करना चाहिए । महाविकास गठबंधन के कार्यकाल में ‘शक्ति’ कानून का मसौदा पारित हुआ था; परंतु हमारी सत्ता जाने से हम यह कानून नहीं ला सके ।

कानून का राज है, तो अपराध प्रविष्ट करने में पुलिस ने १२ घंटे क्यों लिए ? – राज ठाकरे

इस मामले के संदर्भ में राज ठाकरे ने कहा कि बदलापुर की घटना चौंका देनेवाली और आक्रोशित करेवाली है । इस घटना में अपराध प्रविष्ट करने में १२ घंटे क्यों लगाए गए ? एक ओर कहना कि कानून का राज है और दूसरी ओर पुलिस द्वारा लापरवाही दिखाई जाना, यह क्या है ? हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं का इस मामले पर पूरा ध्यान है । उनसे मेरा कहना है कि आरोपी को कठोर दंड मिलने तक आपका ध्यान रहे ।

संपादकीय भूमिका 

  • बलात्कारियों पर कार्यवाही नहीं होती, इस भावना से ही जनता अब रास्ते पर उतर रही है । पुलिस के लिए यह बात लज्जाजनक !
  • सरकार द्वारा ऐसे बलात्कारियों को तत्काल फांसी का दंड दिया जाना, यही ऐसी घटनाओं को रोकने का प्रभावी उपाय है !
  • बालिकाएं, युवतियां और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार कब बंद होंगे ? महिलाएं सुरक्षित जीवन जी पाएं, इसलिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक !