अमृतसर – सिख ‘अकाल तख्त’ के जत्थेदार (प्रमुख) ज्ञानी रघबीर सिंह ने ‘शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (एसजीपीसी)’ से स्वर्ण मंदिर परिसर में स्थित केंद्रीय सीख संग्रहालय मे मृत हुए खालिस्तानी आतंकवादी हरदीपसिंह निज्जर, परमजीतसिंह पंजवार और गजिंदर सिंह इनके छायाचित्र लगाने की मांग की। एस.जी.पी.सी. एवं दल खालसा की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम मे यह मांग जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने की। ‘अकाल तख्त’ ने इन 3 खालिस्तानी आतंकियों को ‘शहीद’ बताया है।
पंजवार आतंकी संगठन ‘खालिस्तानी कमांडो फोर्स’ का प्रमुख था। 6 मई 2023 को पाकिस्तान के लाहौर में उनकी हत्या कर दी गई। भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित हरदीप सिंह निज्जर कनाडा, ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में मारा गया। कनाडा ने इसके लिए भारत पर आरोप लगाया था ।
In an anti-national appeal, Akal Takht demands to put pictures of 3 Khalistanis in the Golden Temple.
👉 Some Sikh religious organizations and their leaders, support Khalistan. Therefore, if Khalistan ideology is to be curtailed, their leaders should be dealt with first. pic.twitter.com/Qtb7EYxJwN
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 14, 2024
खालिस्तानी आतंकवादी गजिंदर सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी!
‘गुरुद्वारा शहीद गंज बाबा गुरबख्श सिंह’ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। वहां ज्ञानी रघबीर सिंह मौजूद थे। इस बैठक में खालिस्तानी आतंकवादी गजिंदर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। गजिंदर सिंह के नेतृत्व में खालिस्तानी आतंकवादियों ने 1981 में इंडियन एयरलाइंस के विमान का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद विमान को पाकिस्तान के लाहौर ले जाया गया। ऐसा उन्होंने खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह बिंद्रावाले की मुक्ति के लिए किया था। गजिंदर सिंह का 3 जुलाई 2024 को लाहौर, पाकिस्तान में निधन हो गया।
गजिंदर सिंह के बारे में ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी भी सिख सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और न ही सरकार के सामने झुके। 1995 में पाकिस्तानी जेल से रिहा होने के पश्चात से वह भटक रहे थे।
संपादकीय भूमिकाकुछ सिख धार्मिक संगठन तथा उनके नेता खालिस्तानी समर्थक है। अतः यदि खालिस्तानवाद को समाप्त करना है तो सबसे पहले ऐसे संगठनों के नेताओं पर कार्यवाही करनी होगी! |