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नई देहली – लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग खुद को हिन्दू कहते हैं, वे २४ घंटे के उत्पात तथा हिंसा में सम्मिलित हैं। राहुल गांधी के बयान से सदन में आक्रोश व्यक्त हुआ।
Those who call themselves Hindus commit violence 24 hours a day ! – Rahul Gandhi
Uproar in the Lok Sabha after #RahulGandhi‘s outrageous statement on Hindus and display of deity Shiv !
Hindus are tolerant and passive, which is why Rahul Gandhi is using Hindu deities in such a… pic.twitter.com/J2GJGMdmCK
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 1, 2024
इस पर राहुल गांधी ने तत्काल सफाई देते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी, भाजप और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को हिंसक कहा गया है और संपूर्ण हिन्दू समाज को नहीं।ऐसा उन्हों ने दावा किया। राहुल गांधी के भाषण पर आपत्ति जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी खड़े हुए और कहा, ‘यह सूत्र बहुत गंभीर है। संपूर्ण हिन्दू समाज को हिंसक कहना गंभीर मामला है।” उसके उपरांत राहुल गांधी ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी संपूर्ण हिन्दू समाज नहीं हैं। राष्ट्रीय संघ संपूर्ण हिन्दू समाज नहीं है।’
#WATCH | After LoP Lok Sabha Rahul Gandhi attacks him, PM Modi responds by saying, “Calling the entire Hindu community violent is a very serious matter.” pic.twitter.com/HrpCvLg3hF
— ANI (@ANI) July 1, 2024
राहुल गांधी को क्षमा मांगनी चाहिए ! -अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ”मैं बार-बार कहता हूं, जो लोग खुद को हिन्दू कहते है वे हिंसा की बात करते है। कदाचित उन्हें पता नहीं कि इस देश में लाखों लोग गर्व से स्वयं को हिन्दू कहते है। क्या वे सभी हिंसा के बारे में बात करते है ? हिंसा की भावना को किसी भी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। संवैधानिक पद पर बैठे राहुल गांधी को क्षमा मांगनी चाहिए।
Rahul Gandhi should apologize ! – Amit Shah in #LokSabha
RaGa remains silent about the fanatic Mu$l!ms who attack Hindus daily and calls Hindus “violent” (Hinsak)!
If Hindus were violent, not a single person of the minority community would be existing in this country!
On… pic.twitter.com/t8gvtMv6Zo
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 1, 2024
“डरो मत” यही सभी धर्मों का संदेश है ! – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आगे कहा, कि कुरान में लिखा है कि पैगंबर ने कहा, ‘घबराने की जरूरत नहीं है। आप गुरु नानकजी की तस्वीर में अभय मुद्रा देखेंगे।’ वे कहते हैं ‘डरो मत, डराओ मत।’ ईसा मसीह के चित्र में भी अभय मुद्रा है। येशु ने कहा, ‘यदि कोई तुम्हें थप्पड़ मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो।’ (इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजधानी दिल्ली में हुए साढ़े तीन हजार सिखों के नरसंहार पर राहुल गांधी कभी बात क्यों नहीं करते? कांग्रेसी की बात और करनी अलग होती है ! – संपादक)
राहुल गांधी ने सभागार में दिखाई भगवान शंकर की तस्वीर!इससे पहले विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए। राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि आप ५५ घंटे से यहां बैठे हैं, आप पत्थर की तरह हैं, हिलते क्यों नहीं ? मैं आज अपने भाषण में बीजेपी और संघ से कहना चाहता हूं कि ये हमारा विचार है जिसका उपयोग पूरा विपक्ष कर रहा है। यह बिना डरे आगे बढ़ने की ताकत देता है।’ यह कहते हुए राहुल गांधी ने भगवान शंकर की तस्वीर हाथ में ले ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस पर रोक लगा दी। इस पर राहुल गांधी ने कहा, क्या यहां भगवान शिव की तस्वीर दिखाना मना है? ये तस्वीर पूरे भारत के दिल में है। इस छवि को हर कोई जानता है। जब भगवान शिव नाग को अपने गले में लपेटते हैं, तो वे कहते हैं, ‘मैं वास्तविकता को स्वीकार करता हूं।’ उनके बाएं हाथ में त्रिशूल है। त्रिशूल हिंसा का नहीं अपितु अहिंसा का प्रतीक है। यदि यह हिंसा का प्रतीक है, तो यह दाहिने हाथ में है। इसके बाद राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पूछा कि क्या इस सभागृह में भगवान शिव की तस्वीर दिखाना मना है। क्या इस घर में भगवान शिव की तस्वीर नहीं दिखाई जा सकती? इस पर अध्यक्ष बिरला ने कानून के नियमों का बताते हुए तस्वीर नहीं दिखाने को कहा। इसके बाद राहुल गांधी ने तस्वीर दिखानी बंद कर दी। संपादकीय भूमिकाक्या राहुल गांधी कभी हॉल में दूसरे धर्मों के पूजा स्थलों की तस्वीरें दिखाकर बयान दे पाएंगे ? चूंकि हिन्दू सहिष्णु और निश्चिंत हैं, इसलिए राहुल गांधी इस तरह से उनका उपयोग करके हिन्दू देवताओं का अपमान कर रहे हैं ! |
हमारी सरकार आयी तो अग्निवीर योजना बंद हो जायेगी ! – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आगे कहा कि अग्निवीर योजना सेना के विरोध में है, देश के विरोध में है। सरकार युवाओं के विरोध में है। हमारी सरकार आने पर हम इस योजना को बंद कर देंगे।आप एक अग्निवीर को ६ महीने तक ट्रेनिंग देते हैं, वहीं दूसरी ओर एक चीनी सैनिक को ५ साल तक ट्रेनिंग मिलती है। सरकार सैनिकों के बीच फूट पैदा कर खुद को देशभक्त बता रही है। ये कैसी देशभक्ति है ? मैं पंजाब में वीरगति प्राप्त करने वाली अग्निवीरोन के परिवार से मिला। सरकार सैनिक को शहीद नहीं मानती। अग्निवीर सैनिक उपयोग करो और फेको , ऐसा कर्मचारी है।
राहुल गांधी के इस बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताई।उन्होंने कहा कि यह सदन असत्य बोलने का स्थान नहीं है। विपक्षी नेताओं को सदन और अग्निवीरों से क्षमा मांगनी चाहिए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब कोई अग्निवीर बलिदान होता है तो उसके परिवार को १ करोड़ रुपये दिए जाते हैं। राहुल गांधी असत्य वक्तव्य कर सदन को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।
संपादकीय भूमिका
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