राज्यस्तरीय विशेष चिकित्सकीय सहायता कक्ष द्वारा योजना का नियंत्रण !
मुंबई, १६ जून (समाचार) – राज्य के धर्मादाय चिकित्सालयों में निर्धन रोगियों पर निःशुल्क उपचार, तो गरीब रोगियों पर ५० प्रतिशत छूट लेकर उपचार किए जाते है । इसलिए प्रत्येक धर्मादाय चिकित्सालयों में निर्धन एवं गरीब रोगी के लिए प्रत्येक के १० प्रतिशत बैड आरक्षित रखे जाते हैं । जनवरी से १५ जून तक इस सरकारी योजना का ५०० से अधिक आर्थिक दुर्बल घटकों को लाभ हुआ है । सरकार के विधी एवं न्याय विभागों द्वारा इस योजना का नियंत्रण देखा जाता है ।
१. इससे पूर्व सरकार के स्वास्थ्य, साथ ही चिकित्सकीय शिक्षा विभागों के अंतर्गत यह योजना चलाई जा रही थी । इस योजना द्वारा कितने रोगियों पर उपचार हुए, इसकी सटीक जानकारी नहीं मिलती थी ।
२. देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री बनने के पश्चात उन्होंने अपने पास के विधी एवं न्याय विभागों के अंतर्गत यह योजना कार्यान्वित की, तथा इस योजना के नियंत्रण हेतु राज्यस्तरीय विशेष चिकित्सकीय सहायता कक्ष आरंभ किया ।
३. वर्तमान में मंत्रालय में यह कक्ष कार्यरत है । इस योजना के अंतर्गत राज्य के ४६८ धर्मादाय चिकित्सालयों में १२ हजार (सहस्र) बैड्स निर्धन एवं गरीब रोगियों के लिए उपलब्ध हैं ।
४. जनवरी से मई २०२४ की समयावधि में इस योजना द्वारा ११ करोड ७६ लाख रुपए के उपचार हुए है, ऐसी जानकारी इस कक्ष के प्रमुख रामेश्वर नाईक ने दी है ।
ऐसा है योजना का स्वरूप !
रोगियों का प्रकार | वार्षिक पारिवारिक आय सीमा | मिलनेवाली सेवाए |
निर्धन रोगी | १ लाख ८० सहस्त्र रुपयों तक | निःशुल्क उपचार |
गरीब रोगी | ३ लाख ६० सहस्त्र रुपयों तक | ५० प्रतिशत छूट लेकर उपचार |
इस योजना का लाभ मिलने हेतु राज्यस्तरीय विशेष चिकित्सकीय परिधि के ‘[email protected]’ इस मेल आइडी पर ऑनलाईन आवेदन स्वीकार किया जाएगा अथवा मंत्रालय में भी प्रत्यक्ष में भी इस कार्यालय में आवेदन स्वीकार किया जाता है ।
ऑनलाईन प्रणाली शीघ्र ही कार्यान्वित होगी !
राज्य के कौनसे धर्मादाय चिकित्सालय में गरीब अथवा निर्धन व्यक्ति के लिए कितनी बैड्स शेष हैं, यह ज्ञात हो, इसलिए ऑनलाईन प्रणाली विकसित की जा रही है । इस कारण निर्धन एवं दुर्बल घटकों के लिए बैड्स उपलब्ध होने में पारदर्शकता आ सकेगी । यह प्रणाली शीघ्र ही कार्यरत होगी, ऐसी जानकारी रामेश्वर नाईक ने दी है ।