पाकिस्तान हमारा दूसरा घर है ! – तालिबान

‘तालिबान, पाकिस्तान को अपना दूसरा घर मानता है और अफगानिस्तान की धरती से पाकिस्तान के विरुद्ध किसी भी कार्रवाई की अनुमति नहीं देगा’, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा है ।

(कहते हैं) ‘तालिबानी आएंगे ओर काश्मीर जीतकर पाकिस्तान को देंगे !’

पाकिस्तान को ‘काश्मीर’ अफगानिस्तान के समान लगा है क्या ? ऐसे पाक को सबक सिखाने का यही सही समय है इसके लिए भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए !

तालिबान एवं आईएसआई ने भारत में आतंकी आक्रमण करने का दायित्व ‘इस्लामिक स्टेट’ को सौंपा ! – गुप्तचर  विभाग की जानकारी

यह ध्यान रखें कि, जब तक भारत पाकिस्तान को नष्ट नहीं करता, तब तक इस प्रकार के आतंकवादी कृत्य होने की संभावना सदैव ही बनी रहेगी !

अफगानी निर्वासितों को रोकने के लिए इस्लामी देश तुर्किस्तान ने सीमा पर बनाई २९५ किलोमीटर लम्बी दीवार !

यह है इस्लामी देशों का ढोंगी मुसलमान प्रेम ! स्वयं के असहाय बंधुओं को सहायता न करने वाले इस्लामी देश अन्य धर्मियों से कैसा व्यवहार करते होंगे, इसका विचार न करना ही अच्छा होगा !

५६ इस्लामी देशों में से केवल पाक और कतर का तालिबान को समर्थन !

इस्लामी देशों का संगठन तालिबान को समर्थन ही दे रहा; लेकिन भारत के मुसलमान संगठन और कुछ नेता और प्रसिद्ध लोग उसको समर्थन देकर हम अधिक कट्टर मुसलमान हैं, यह दिखाने का प्रयास कर रहे हैं, यह ध्यान दें !

पाकिस्तान में ५० वर्षीय मौलवीय द्वारा ३ वर्षीय ईसाई लड़की का बलात्कार !

भारत की महिला असुरक्षित ऐसा शोर करने वाले असदुद्दीन ओवैसी अब चुप क्यों ?

पाकिस्तान के ग्वादर शहर में हुए बम विस्फोट में ८ चीनी अभियंताओं की मृत्यु !

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने स्वीकारा आक्रमण का दायित्व !
भविष्य में ऐसा पुनः नहीं होना चाहिए ! – चीन की पाकिस्तान को चेतावनी

पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करें ! – आरिफ अजाकिया, मानवाधिकार कार्यकर्ता

ब्रिटेन में पाकिस्तान उच्चायोग के सामने हिन्दूओं का आंदोलन !
भारत में जन्मे हिन्दुओं को विदेशों में रह रहे हिन्दुओं से सीखना चाहिए, जो पाकिस्तान में धार्मिक बन्धुओं को न्याय दिलाने के लिए सडकों पर उतरते हैं !

पाक में शिया मुसलमानों के मोहर्रम के जुलूस में बम विस्फोट : ३ लोगों की मृत्यु और १५ लोग घायल

जहां मुसलमान बहुसंख्यक होते हैं, वहां वे एक दूसरे को जान से मारने का प्रयास करते हैं, यही इस घटना से स्पष्ट होता है ! ऐसे समय अन्य मुसलमान इसका विरोध नहीं करते और उनके विषय में शोक व्यक्त नहीं करते हैं !