सनातन की ग्रंथमाला : बालसंस्‍कार

आज के बच्‍चे कल के आदर्श भारत के शिल्‍पकार हैं ! पश्‍चिम के अंधानुकरण एवं ‘टीवी’ के अतिरेक से भटक रही आज की पीढी को सुसंस्‍कारी एवं आदर्श बनाने का मार्ग है, ‘बालसंस्‍कार’ ग्रंथमाला !

चिंता से मुक्त होने की सरल पद्धति है – स्वसूचना !

कोरोना के प्रकोप होने की स्थिति में चिंता होना, भय प्रतीत होकर अस्वस्थ लगना आदि स्वभावदोषों का प्रकटीकरण होने की संभावना रहती है । अतः उचित स्वसूचनाएं देने से प्राप्त स्थिति से बाहर निकलने में सहायता मिलती है ।

भारत को हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का सबसे बडा उत्पादक देश बनाकर देनेवाले महान वैज्ञानिक प्रफुल्लचंद्र रे !

आजकल कोविड-१९ की चिकित्सा करने हेतु पूरे विश्‍व में चर्चा में रहे क्लोरोक्वीन औषधि के जनक महान वैज्ञानिक आचार्य प्रफुल्लचंद्र रे के संदर्भ में जानकारी लेना महत्त्वपूर्ण होगा ।

गर्मी भारत के लिए आशा की किरण ! – अनिल धीर, भारत रक्षा मंच

तापमान एवं कोरोना विषाणु के विषय में विविध देशों के शास्त्रज्ञों द्वारा किया हुआ व्यापक अध्ययन !
यह लेख कोई चिकित्सकीय सलाह नहीं है । यह लेख इन दिनों में प्रकाशित अनेक ब्यौरे और अध्ययन पर आधारित है ।

स्वाईन फ्लू : संपूर्ण विश्‍व में फैली महामारी का एक अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र !

स्वाईन फ्लू रोग कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, उसे जानबूझकर बनाया गया है । इस महामारी के लिए स्विट्जरलैंड प्रतिष्ठान नोवार्टीस व फोर्ट डोट्रिक नामक अमेरिकन सेना की बायोलॉजिकल प्रयोगशाला अपराधी है ।

बच्चो, उचित आदर्श अपनाएं !

सुपरमैन जैसे काल्पनिक पात्र नहीं; अपितु श्री हनुमान जैसे देवता ही संकटकाल में हमारी रक्षा हेतु दौडकर आ जाते हैं । अतः उनकी भक्ति करें !

सेल्फी लेने के व्यसन वृद्धि में किशोरावस्था की लडकियों की संख्या सर्वाधिक

सेल्फी के कारण किशोरावस्था के बालक तथा बालिकाओं में ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर नामक रोग बढ रहा है । हाल ही में एम्स चिकित्सालय में इस बीमारी से ग्रस्त तीन लडकियों के उपचार किए गए  हैं ।

पढाई अच्छी होने हेतु यह करें !

बालक सुसंस्कारी बनें तथा वे शिक्षा प्राप्त कर देश के आदर्श नागरिक बनें, इसलिए हम अपने बालकों को विद्यालय भेजते हैं; परंतु वर्तमान धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था के वातावरण में बालकों में शीघ्रता से बढनेवाली कुप्रवृत्तियां धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था की असफलता को दर्शाती हैं ।

साधकों को तैयार कर उन्हें जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त होने का पथ दिखानेवाले परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी !

स्वयं को मोक्षप्राप्ति की इच्छा रखने की अपेक्षा अन्यों को मोक्षमार्ग दिखाने की इच्छा व्यक्त करना

दिव्य सिद्ध मंत्र एवं योगसामर्थ्य के बल पर निरंतर सनातन की रक्षा करनेवाले, परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का महामृत्युयोग टालनेवाले तथा ईश्वरीय राज्य की स्थापना में उत्पन्न बाधाएं दूर करने हेतु असीमित प्रयास करनेवाले योगतज्ञ दादाजी वैशंपायनजी !

योगतज्ञ दादाजी वैशंपायनजी के इस अद्वितीय अवतारी कार्य के विश्‍लेषित क्षणमोती, परत्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के कृतज्ञतामय शब्दों में !