परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के गुरु प.पू. भक्तराज महाराजजी का प्रकट दिन
प.पू. बाबा को पता होना कि ‘इस व्यक्ति के शरीर में नागदेवता आए हैं’, इसलिए उसे दूध पिलाने के लिए कहना : उस समय मेरे ध्यान में आया, ‘भजन सुन रहे साधु और संतों को पता न चले’, इसके लिए प.पू. बाबा ने ‘इसे दूध पिलाओ’, यह कहकर यह विषय टाल दिया। वास्तविक, प.पू. बाबा समझ गए थे कि उस व्यक्ति के शरीर में नागदेवता आए हैं ।