विधान परिषद में जो पॉर्न वीडियो देखते हैं, वे वास्तविक जीवन में क्या करते होंगे ; यह विचार जनता तो करेगी ही ! यदि कांग्रेस में नैतिकता जैसी कोई चीज है, तो ऐसे विधायकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, अन्यथा यह समझना होगा कि सभी एक ही माला के मणि हैं !
बैंगलुरु (कर्नाटक) – कांग्रेस विधायक प्रकाश राठौर को राज्य विधान परिषद के सभागृह में मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो (पॉर्न ) देखते हुए पाया गया है । राठौर, सभागृह में काम-काज के दौरान, फोटोग्राफर द्वारा खींची गए छायाचित्रों में, अश्लील वीडियो देखते हुए दिखाई दे रहे हैं । भाजपा के प्रवक्ताओं ने उम्मीद जताई है कि कांग्रेस राठौर के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करेगी ।
१. इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए राठौर ने कहा, “मैं इंटरनेट पर कुछ भी नहीं देख रहा था । मैं आमतौर पर सभागृह में मोबाइल फोन लेकर नहीं जाता हूं ; किंतु, इस सत्र में मैं कुछ प्रश्न पूछना चाहता था, इसलिए मैं इसे लाया था । उस संदर्भ में, मैं सर्फिंग करने लगा । उस समय मैनें पाया कि उसमें संग्रहीत करने के लिए मेमोरी उपलब्ध नहीं थी । इसलिए मैं जो वीडियो देख रहा था उसे डिलीट करने लगा ।”
२. वर्ष २०१२ में लक्ष्मण सवदी (वर्तमान उपमुख्यमंत्री) और २ अन्य विधायक, सदन सत्र के समय अश्लील वीडियो देख रहे थे ।