कांग्रेस के नेता शशि थरूर, पत्रकार राजदीप सरदेसाई के साथ अनेक पत्रकारों पर देशद्रोह का गुनाह दर्ज

 पुलिस की गोलीबारी में किसान की मृत्यु होने की अफवाह फैलाने का मामला

  • केवल गुनाह दर्ज कर पुलिस बैठे नहीं, बल्कि ऐसे लोगों को कारागृह में डाले और द्रुत गति से न्यायालय में मुकदमा चलाकर उन्हे कठोर सजा दिलाने का प्रयास करे !
  • राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकारों की पत्रकारिता कितनी उथली है, यह ध्यान में आता है । ऐसे पत्रकार समाज के लिए घातक हैं !

नोएडा (उत्तर प्रदेश) – गणतंत्र दिवस के दिन किसानों के ट्रैक्टर मार्च के समय पुलिस की गोलीबारी में १ किसान की मृत्यु हो गई, ऐसी अफवाह फैलाने के मामले में पुलिस ने कांग्रेस के सासंद शशी थरुर, ‘इंडिया टुडे’ के पत्रकार राजदीप सरदेसाई, ‘नैशनल हेराल्ड ग्रुप’ के संपादकीय सलाहकार मृणाल पांडे, पत्रकार जफर आगा, परेशनाथ, अनंतनाथ, विनोद के. जोश आदि के विरोध में देशद्रोह, अशांति फैलाने, हिंसा भडकाने आदि धाराओं के अंतर्गत गुनाह दर्ज किया है ।