लोकमान्य तिलक और गांधी के विरोध में प्रयोग किया गया अंग्रेजों के ‘देशद्रोही कानून’ की अब आवश्यकता है क्या ? – उच्चतम न्यायालय का प्रश्न
धारा रद्द करने की आवश्यकता नहीं ! – केंद्र सरकार
धारा रद्द करने की आवश्यकता नहीं ! – केंद्र सरकार
अब प्रत्येक राज्य के पाठ्यक्रम में भी इस प्रकार का बदलाव करने के लिए भाजपा शासित राज्यों मे भी प्रयास होने चाहिए, ऐसा हिंदुओं को लगता है !
विदेशी चर्च में पादरियों की ओर से महिला, नन और छोटे बच्चों को यौन शोषण होता रहता है, उसी प्रकार भारत में भी होता है, यह इससे स्पष्ट होता है !
प्रधानमंत्री मोदी १५ जुलाई को वाराणसी के दौरे पर थे । इस समय उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन किया । इसके पश्चात वे एक कार्यक्रम में बोल रहे थे ।
इस्लामिक देश पाकिस्तान में ऐसा ही होगा, यह आश्चर्य की बात नहीं है ! ध्यान दें, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन, भारत के धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी इस संबंध कुछ नहीं बोलेंगे !
देशद्रोह के दोषियों पर तत्काल द्रुत गति न्यायालय में प्रकरण चला कर उन्हें मृत्युदंड होने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए !
जोधपुर (राजस्थान) में कांग्रेस के २ अल्पसंख्यक विधायक हैं । उन्होंने संगठित होकर उनके मतदार संघ में विशेष कोविड केंद्र खोला एवं वहां आनेवालों को कोरोना के लिए टीका लगाना अनिवार्य किया ।
नई देहली – ट्विटर के उपरांत अब गूगल ने भारत के मानचित्र से जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख को हटाया । ‘गूगल ट्रेंड्स’ के जालस्थल पर यह मानचित्र दिखाया गया ।
मेरठ (उत्तर प्रदेश) – यहां के बढला गांव में साधु चंद्रपाल की पत्थरों से मार कर हत्या कर दी गई । उत्तर प्रदेश में निरंतर साधु, महंत आदि की हत्या की अनेक घटनाएं हुई हैं ।
देश में बीमारी नहीं है, अपितु यह उन्माद की पराकाष्ठा है । अतः भारत के शासनकर्ता यह घोषणा करें, ‘प्रकृति ने हमें पाठ पढाकर जो संकेत दिया है, वह हमारी समझ में आ गया है ।’