पाक क्रिकेट टीम का विजय उत्सव मनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने वाली जम्मू की वैद्यकीय महिला कर्मचारी को नौकरी से निकाला

भारत में रहकर पाक का विजय उत्सव मनानेवालों को सरकार पाक में क्यों नही भेज देती ?

कश्मीर में चिकित्सकीय महाविद्यालय के दो छात्रों के विरुद्ध गैरकानूनी प्रतिबंधक गतिविधियां कानून के अंतर्गत अपराध पंजीकृत !

ऐसे लोगों के विरुद्ध केवल अपराध पंजीकृत कर न रुकते हुए, उन्हें बंदी बनाकर कारागार में बंद कर देना चाहिए !

जम्मू-काश्मीर के अलगाववादी नेता सय्यद गिलानी के नाती को सरकारी नौकरी से निकाला !

एक ओर काश्मीर में सेना आतंकवादियों से रात-दिन लड़ रही है और दूसरी ओर काश्मीर प्रशासन में इतने वर्ष आतंकवादियों के सहयोगी के रूप में कार्यरत रहना अभी तक की सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद !

काश्मीर में जिहादी आतंकवादियों की ओर से एक हिन्दू की हत्या

आज ३३ वर्षों बाद भी काश्मीर हिन्दुओं के लिए असुरक्षित है, यह ध्यान दें ! यह स्थिति बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र का कोई पर्याय नहीं है !

पुंछ में हुतात्मा हुए २ सैनिक 

और कितने दिन भारतीय सैनिक हुतात्मा होते रहेंगे ? कश्मीर में आतंकवाद को जड-सहित नष्ट करने का प्रयास कब होगा ?

(कहती हैं) ‘आर्यन खान मुसलमान होने के कारण उसे पीडित किया जा रहा है !’ – महबूबा मुफ्ती

अपराध करने के कारण पकडे जाने पर अधिकांश मुस्लिम नेता इसी प्रकार का रोना-धोना करते हैं तथा सहानुभूति प्राप्त करने का प्रयास करते हैं; परंतु अब देश की जनता समझदार हो जाने के कारण ऐसे रोने पर कोई भी ध्यान नहीं देगा !

काश्मीर में आतंकवादियों को सहायता करने वाले ९०० से अधिक धर्मांध नागरिक पुलिस की हिरासत में !

काश्मीर का जिहादी आतंकवाद नष्ट ना होने के पीछे वहां के धर्मांध और देशद्रोही नागरिकों का आतंकवादियों को खुला और छुपा समर्थन ही जिम्मेदार है । इस कारण ऐसों को भी आतंकवादी ठहराकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए !

आतंकियों के भय के कारण कश्मीर में हिन्दू पुनः पलायन करने के लिए तैयार !

कश्मीर में तीन दशकों के पश्चात भी आतंकवाद का कायम होना, यह अब तक के सभी दलों के शासकों के लिए लज्जाजनक है ! भारत के आतंकवाद की समस्या का स्थायी समाधान हिन्दू राष्ट्र के धर्माचारी शासक ही कर सकते हैं,

काश्मीर में हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमणों के पीछे का कारण है अतिक्रमणमुक्त हो रही है हिन्दुओं की संपत्ति !

हिन्दू पुन: काश्मीर में आए ही नां, ऐसी जिहादी आतंकवादियों की इच्छा है । इससे उनका भी धर्म है, यह स्पष्ट होता है !

काश्मीर में आतंकवादियों द्वारा दो सिख शिक्षकों की विद्यालय में घुसकर हत्या

जब तक पाक को नष्ट नहीं किया जाता, तबतक काश्मीर में आतंकवाद नष्ट नहीं होगा और वहां हिन्दू और सिख कभी सुरक्षित नहीं रह सकते, यही वास्तविक स्थिति है, यह ध्यान में लें !