यांगून (म्यानमार) – म्यानमार में अनेक महीनों से चल रहे गृहयुद्ध ने भीषण मोड लिया है और परिस्थिति प्रतिदिन अधिकाधिक विकट होती जा रही है । रखाइन प्रांत में परिस्थिति सर्वाधिक गंभीर है । यहां म्यांमार की सेना और वांशिक विद्रोहियों गुट में भयंकर युद्ध हो रहा है । सैनिकी संघर्ष का परिवर्तन अब धार्मिक तनाव में हुआ है और इसके परिणाम इस परिसर में रहनेवाले हिन्दू और बौद्ध धर्मियों को भुगतने पड रहे है । यहां के बुथीदौंग में हिन्दू और बौद्धों के अब तक लगभग ५ सहस्र घर जलाए गए हैं । यहां के अधिकतर लोग पहले से ही क्षेत्र छोडकर सुरक्षित स्थानों पर भाग गए हैं । इसलिए अनेक घर रिक्त हो गए है; परंतु कुछ लोग आज भी यहां रह रहे हैं । इन घरों को लुटा गया और उन्हीं के सामने उनको जलाया गया । ११ अप्रैल से २१ अप्रैल के बीच ये घर जलाए गए । बुथीदौंग अब विद्रोही जातीय गुट अरकान आर्मी के पूर्ण नियंत्रण में है । इस आर्मी में रोहिंग्या मुसलमान हैं ।
संपादकीय भूमिकाभारत में ही हिन्दुओं की रक्षा नहीं की जाती, वहां विदेश के हिन्दुओं की रक्षा क्या कभी हो सकेगी ? |