अमेरिका अब अनुदान नहीं दे सकता, इसीलिए ट्रुडो ने त्यागपत्र दिया, ऐसा ट्रम्प का दावा
वॉशिंग्टन (अमेरिका) – अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्राध्यक्ष (प्रेसिडेंट-इलेक्ट) डॉनल्ड ट्रम्प ने पुनः एक बार कनाडा के सामने प्रस्ताव रखते हुए कहा ‘इससे आगे अमेरिका कनाडा से और अधिक व्यापार में हानि सह नहीं सकती एवं और अनुदान भी नहीं दे सकता । कनाडा को अपने अस्तित्व हेतु अनुदान की अत्यधिक आवश्यकता है । प्रधानमंत्री ट्रुडो यह बात जानते थे; इसीलिए उन्होंने त्यागपत्र दिया है । यदि कनाडा अमेरिका में विलीन होता है, तो वहां कोई शुल्क नहीं देना पडेगा । साथ ही कर (टॅक्स) भी बडी मात्रा में अल्प होगे साथ ही रूस तथा चीन के संकटों से भी कनाडा पूर्णतः सुरक्षित रहेगा ।’ ट्रुडो के त्यागपत्र देने के उपरांत तुरंत ट्रम्प ने यह प्रस्ताव रखने से वैश्विक स्तर पर चर्चा आरंभ हो गई है ।
ट्रुडो ने नवम्बर २०२४ में फ्लोरिडा (अमेरिका) में ट्रम्प से भेंट की थी । उस समय भी ट्रम्प ने कनाडा को अमेरिका का ५१ वां राज्य (स्टेट) बनाने का प्रस्ताव रखा था । तदनंतर ट्रम्प ने सामाजिक माध्यमों से एकबार ट्रुडो को ‘कनाडा के राज्यपाल’ (अमेरिका में राज्यपाल राज्य का प्रमुख होता है) के रूप में संबोधित किया था ।